ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक ग्रहों का संबंध हमारे जीवन से जुड़ा है. ग्रह हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं से जुड़े होते हैं. ग्रहों का संबंध हमारे रिश्तों के साथ भी जुड़ा हुआ है.
हमारे रिश्तों पर ग्रहों का प्रभाव पड़ता है. सभी नौ ग्रह हमारे किसी न किसी रिश्ते से जुड़े होते हैं. हम आपकों बता रहे हैं कि ग्रहों का हमारे रिश्तों से क्या संबंध है-
पिता के साथ हमारे रिश्तों से सूर्य ग्रह जुड़ा है. अगर कोई शख्स अपने पिता का सम्मान नहीं करता या पिता से दूरी बना लेता है ऐसा व्यक्ति अपने सूर्य को कमजोर करता है. इससे कई तरह की परेशानियां आपको घेर सकती हैं जैसे बीमारियां, आर्थिक संकट या तनाव. सूर्य को खुश करने के यह सारे उपाये तब तक बेकार हैं जब तक व्यक्ति के रिश्ते पिता के साथ अच्छे नहीं हो जाते.
मां के साथ रिश्ते खराब होने से चंद्रमा खराब असर डालता है. मां को अपमानित करने, अपशब्द कहने से चंद्रमा नाराज होगा जिसके कारण आपको बीमारियां लग सकती हैं, आपकी तरक्की रुक सकती और आप आर्थिक तंगी में फंस सकते हैं.
आपके रिश्ते ससुराल वालों के साथ, चाचा-चाची, ताऊ और दूसरे संबंधियों के साथ अच्छे या बुरे मंगल ग्रह की वजह से होते हैं. आपके छोटे भाई बहन के साथ भी आपके रिश्तों से मंगल ग्रह जुड़ा हुआ है.
भाई-बहन, मामा, मामी और आपके विरोधियों से आपके रिश्ते बुध ग्रह के कारण निर्धारित होते हैं. गुरु और शुक्र आपके रिश्ते जीवनसाथी और दोस्तों के साथ बेहतर बनाते हैं. शनि ग्रह के कारण पिता, सास-ससुर, बेटे-बेटियों और दोस्तों के साथ रिश्ते अच्छे बनते हैं.
राहु दादा से रिश्तों के लिए जिम्मेदार है और केतु नाना से रिश्ते के लिए. राहु का संबंध आपके दादा के साथ साथ ससुराल पक्ष के लोगों के साथ भी जुड़ा है.
यदि आपके रिश्ते सही रहते हैं, उनमें प्रेम, सम्मान का भाव बना रहता है तो आपके जीवन और रिश्तों पर ग्रहों का सकारात्मक असर पड़ेगा. ग्रहों के सकारात्मक प्रभाव के लिए लोग कई तरह के उपाय करते हैं लेकिन दूसरे उपायों को अपनाने से बेहतर है अपने रिश्तों को सही रखना.
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