Evil Eye Effects: आप यदि किसी रोग से पीड़ित हो और आपको दवा या इलाज से फायदा न हो रहा हो तो दीपावली में प्रयोग किया हुआ दीया लें, उसमें सरसों के तेल का दीपक जलाएं और हनुमान जी का ध्यान कर 11 बार सिर से पैर तक जलते दीये का उतारा करें,  फिर उस दीये को दरवाजे के बाहर उसका मुख दक्षिण की ओर करके रखें. यह क्रिया मंगलवार और शनिवार को प्रातः या सायं करें, हनुमान जी की कृपा से फायदा मिलना शुरू हो जाएगा. फिर आप अपनी इच्छा के अनुसार यह उपाय कभी भी बंद कर सकते हैं . 


नजर लगने पर क्या करें



  1. एक लंबी और थोड़ी मोटी रुई की बाती बना लें, यह बाती 10 इंच के करीब होनी चाहिए. इस बाती को सरसों के तेल में पूरा भिगो दें, और जिसकी नजर उतारनी हो उसके हाथ और पैर के नाखूनों में स्पर्श कराकर 7 बार सिर से उतार दें. फिर इस बाती को किसी खुली जगह पर लटकाकर नीचे के सिरे में आग लगाएं. इस बाती के ठीक नीचे पानी से भरा पात्र भी रखें. आग लगने के बाद जलते हुए तेल की बूंदे पानी में गिरेगी. जितनी अधिक नजर लगी होगी उतना ही बूंद गिरते समय आवाज करेंगी. पूरी बत्ती जलने के पश्चात जली हुई बाती की भस्म का तिलक लगा देना चाहिए. यह कार्य मंगलवार या रविवार को करना चाहिए.

  2. दूसरा उपाय यह है कि गाय के गोबर की एक गोली बना लें और उसे द्वार पर रखकर दाहिने अंगूठे से दबा दें . फिर उसी गोबर की एक और गोली बनाकर उसमें लाल सरसों के 11 दाने अलग-अलग स्थानों में चुभा दे और उसे आग में डाल दें, नजर दोष दूर हो जाएगा .

  3. पति-पत्नी में तनाव : यदि पति पत्नी में आए दिन किसी भी बात को लेकर तनाव रहता हो तो बेडरूम के दिवार पर पति पत्नी की मुस्कुराती हुई फोटो लगानी चाहिए ऐसा करने से दोनों का तनाव दूर हो जायेगा और घर में सुख शांति कायम हो जाएगी .

  4. जिद्दी बच्चों के लिए : यदि कोई बच्चा जरूरत से ज्यादा जिद करे व घर में उछल कूद के साथ कीमती सामानों की तोड़ फोड़ करने पर उतारू रहे तो चांदी का चंद्रमा बनवाकर उसे पूर्णिमा की रात्रि में गाय का कच्चा दूध या गंगा जल में डुबोकर ॐ सो सोमाय नमः का एक माला जपकर आकाश के चंद्रमा को दिखाते हुए बच्चे के गले में पहना दे. यदि नजर जल्दी-जल्दी लगती हो तो काले धागे में भी पहन सकते हैं. वैसे सामान्यतः सफेद धागा में पहनाएं, बच्चे का जिद्दीपन दूर हो जाएगा.

  5. व्यापार में घाटे से बचाव के लिए : शनिवार को पीपल का पत्ता एक तोड़कर लाएं और उसे गंगाजल से अच्छी तरह धोकर हाथ में रखकर गायत्री मंत्र का 29 बार जप करें. तत्पश्चात उक्त पीपल के पत्ते को अपनी जेब या गल्ले में रखें. पत्ते को हर शनिवार को अवश्य बदल दें . शनि देव की कृपा से व्यापार में वृद्धि होगी, घाटा दूर होने लगेगा और घर भी खुशहाली से भर जाएगा .

  6. आलस दूर करने के लिए : किसी भी बच्चे या बुजुर्ग को किसी भी काम में आलस आता हो तो गुरुवार को केले की जड़ या पूजा वाली खड़ी हल्दी की गांठ को गंगाजल से शुद्ध कर पीले कपड़े में बांधकर दायीं भुजा या गले में ॐ बृं बृहस्पतये नमः का 1 माला जाप कर धारण करें. बृहस्पति देव की कृपा से आलस दूर हो जाएगा .