Safalata Ka Mantra: ओवरथिंकिंग, जिसे अत्यधिक सोचना भी कहा जाता है, आजकल एक आम समस्या बन गई है. छोटी-छोटी बातों को बार-बार सोचना, हमेशा भविष्य की चिंता करना, गलतियों को लेकर पछतावा करना, नकारात्मक विचारों में घिरे रहना, ये सब ओवरथिंकिंग के लक्षण हैं.
ओवरथिंकिंग की समस्या न सिर्फ मानसिक रूप से परेशान करती है बल्कि सेहत पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. आइए जानते हैं ओवरथिंकिंग से छुटकारा पाने के असरदार तरीकों के बारे में.
ओवरथिंकिंग से पाएं छुटकारा
- सबसे पहले, यह स्वीकार करें कि आप ओवरथिंकिंग करते हैं क्योंकि जब तक आप यह स्वीकार नहीं करेंगे, आप खुद पर काम नहीं कर पाएंगे. यह स्वीकृति ही बदलाव की शुरुआत है.
- ओवरथिंकिंग के दौरान आने वाले अपने नकारात्मक विचारों को पहचानने का प्रयास करें. इन नकारात्मक विचारों से भागने की बजाय उन्हें समझने का प्रयास करें और इसके जड़ तक जाने की कोशिश करें.
- नियमित रूप से ध्यान करने से मन शांत होता है और ओवरथिंकिंग कम होती है. वहीं हर दिन व्यायाम करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों बेहतर होता है और मन में बहुत सारे विचार नहीं आते हैं.
- पर्याप्त नींद न लेने से मानसिक थकान होती है और ओवरथिंकिंग बढ़ सकती है. इसलिए हर दिन 7-8 घंटे की पर्याप्त नींद लेने की आदत डालें. स्वस्थ भोजन खाएं, शराब और धूम्रपान से दूर रहें और तनाव कम करें.
- नकारात्मक लोगों से दूर रहें और सकारात्मक लोगों के साथ समय बिताएं. आपके जीवन में जो भी अच्छा है उसके लिए कृतज्ञता व्यक्त करें. यह नकारात्मक विचारों को कम करने में मदद करता है.
- अपने नकारात्मक विचारों को कागज पर लिखने से उन्हें समझने में मदद मिल सकती है. भूतकाल या भविष्य के बारे में सोचने के बजाय अपने आज पर ध्यान दें.
- प्रकृति में समय बिताने से मन शांत होता है और ओवरथिंकिंग कम होती है. कोई एक नया शौक या एक्टिविटी खोजें और अपने खाली समय में वो काम करें.
- अगर आप हमेशा ओवरथिंकिंग से परेशान रहते हैं तो आपको अकेले रहने से बचना चाहिए. अपने परिवार के साथ बैठकर अपनी समस्याओं के बारे में बात करें. अपने दोस्तों के साथ ज्यादा समय बिताएं.
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