Shani Dev: पंचांग के अनुसार 11 मई 2021 मंगलवार को वैशाख मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि है. अमावस्या की इस तिथि को इन नामों से भी जाना जाता है-


- वैशाख अमावस्या
- सतुवाई अमावस्या
- भौमावस्या
- भौमवती अमावस्या


अमावस्या की तिथि होने के कारण इस दिन की जाने वाली पूजा का महत्व कई गुना बढ़ जाता है. इस दिन पवित्र नदी में स्नान, दान और पूजा पाठ का विशेष महत्व बताया गया है. ज्योतिष के अनुसार मंगलवार के दिन जब सूर्य और चंद्रमा एक ही राशि में या एक-दूसरे के पास वाली राशि में स्थिति होते हैं तो भौमावस्या का योग बनता है. इस बार यह विशेष संयोग 11 मई 2021 मंगलवार के दिन बन रहा है. पंचांग के अनुसार इस तिथि में सूर्य और चंद्रमा एक ही भरणी नक्षत्र में एक साथ गोचर करेंगे. भरणी नक्षत्र के स्वामी शुक्र  है. इस दिन शुक्र वृष राशि में विराजमान रहेंगे. जहां पर पहले से ही राहु और बुध ग्रह विराजमान हैं.


मंगल दोष दूर होता है
मान्यता है कि जिन लोगों की जन्म कुंडली में मंगल दोष की स्थिति बनी हुई वे यदि इस दिन विधि पूर्वक पूजा करते हैं तो मंगल दोष समाप्त हो जाता है.


शनि को शांत करें
मंगलवार को हनुमान जी का दिन माना जाता है. इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से शनि देव शांत होते हैं. वर्तमान समय में मिथुन राशि और तुला राशि पर शनि की ढैय्या और धनु राशि, मकर राशि और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है. इन 5 राशियों के अतिरिक्त जिन लोगों पर शनि की महादशा चल रही है और शनि देव अशुभ फल प्रदान कर रहे हैं तो इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से शनि की अशुभता को दूर कर सकते हैं.


हनुमान चालीसा का पाठ करें
शनि देव को शांत करने के लिए इस दिन हनुमान जी को चोला चढ़ाएं, व्रत रखकर सुबह और शाम के समय हनुमान जी की विधि पूर्वक पूजा करें. इसके साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ करें. ऐसा करने से शनि की अशुभता कम होती है.


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