आषाढ़ मास की पहली संकष्टी चतुर्थी कब है? जानें गणपति बप्पा को प्रसन्न करने का उपाय, जॉब और धन से जुड़ी दिक्कतें होंगी दूर
आषाढ़ का महीना (Ashad Month 2021) 25 जून गुरुवार से आरंभ हो चुका है. ये महीना धार्मिक दृष्टि से विशेष है.गणेश जी की पूजा (Sankashti Chaturthi June 2021) आषाढ़ मास में महत्वपूर्ण विशेष पुण्य प्रदान करने वाली मानी गई है.गणपति बप्पा (Ganpati Bappa) की पूजा का भी विशेष संयोग बन रहा है. इस माह संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi 2021Date) कब है, आइए जानते हैं.
Sankashti Chaturthi June 2021: पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास 25 जून 2021 से आरंभ हो चुका है. आषाढ़ मास को हिंदू कैलेंडर के अनुसार चौथा महीना माना गया है. इस मास में वर्षा ऋतु आरंभ होती है. आषाढ़ मास को सभी मास में विशेष माना गया है. आषाढ़ का महीना 25 जून 2021 से 24 जुलाई 2021 तक रहेगी. इस मास के बाद श्रावण मास शुरू होंगे. श्रावण मास को सावन का महीना भी कहा जाता है.
संकष्टी चतुर्थी 2021 (Sankashti Chaturthi 2021)
पंचांग के अनुसार 27 जून, रविवार को आषाढ़ मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है. इस चतुर्थी की तिथि को संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है. शास्त्रों में आषाढ़ मास में संकष्टी चतुर्थी को विशेष माना गया है. संकष्टी चतुर्थी का पर्व भगवान गणेश जी को समर्पित है. इस दिन गणपति बप्पा पूजा और व्रत करने से प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करते हैं.
कृष्णपिंगाक्ष
आषाढ़ मास की कृष्ण पक्ष की संकष्टी चतुर्थी को कृष्णपिंगाक्ष भी कहा जाता है. इस दिन भगवान गणेश जी के कृष्णपिंगाक्ष अवतार की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस दिन गणेश जी की पूजा विधि पूर्वक करने से सभी प्रकार के कष्टों को दूर करने में मदद मिलती है. इसके साथ ही सुख समृद्धि प्राप्त होती है.
कृष्णपिंगाक्ष का अर्थ
मान्यता के अनुसार कृष्णपिंगाक्ष का अर्थ सांवला, धुआं और नेत्र है. यह पर्व आषाढ़ मास में प्रकृति के महत्व को बताता है. आषाढ़ मास में हमें पृथ्वी और जीवन प्रदान करने वाली शक्तियों का आभार व्यक्त करना चाहिए. इन्हे बेहतर बनाने में योगदान देना चाहिए.
चंद्र दर्शन
संकष्टी चतुर्थी में चंद्र दर्शन का विशेष महत्व बताया गया है. इस दिन चंद्रमा को देखना अत्यंत शुभ माना गया है. संकष्टी चतुर्थी का व्रत चंद्रमा को देखने के बाद ही पूर्ण माना जाता है. संकष्टी चुतर्थी का व्रत इन मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला बताया गया है-
- संतान से जुड़ी परेशानियां दूर होती हैं.
- धन की कमी दूर होती है.
- शिक्षा में सफलता प्राप्त होती है.
- व्यापार में वृद्धि होती है.
- मान सम्मान बढ़ता है.
- अपयश का योग मिट जाता है.
संकष्टी चतुर्थी, शुभ मुहूर्त (Sankashti Chaturthi 2021Date)
- कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी: 27 जून 2021, रविवार
- आषाढ़ मास कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि आरंभ: 27 जून 2021 शाम 03 बजकर 54 मिनट से
- आषाढ़ मास कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि समाप्त: 28 जून 2021 दोपहर 02 बजकर 16 मिनट पर
- संकष्टी के दिन चन्द्रोदय: 27 जून 2021 10 बजकर 03 मिनट पर
सफलता की कुंजी: अनुशासन और मर्यादा का संबंधों में हमेशा ध्यान रखना चाहिए, नहीं तो बिगड़ती है बात