अंगारक योग : 26 फरवरी 2022,शनिवार को दोपहर 2 बजकर 46 मिनट पर मंगल का राशि परिवर्तन हो रहा है. मंगल अब मकर राशि में गोचर करेंगे, जो इनकी उच्च राशि है. मंगल ग्रह जब शुभ ग्रहों के संपर्क में आते हैं तो शुभ और लाभकारी योग का निर्माण होता है, वहीं जब मंगल की युति किसी पाप ग्रह के साथ होती है तो उससे अशुभ और खतरनाक योग का निर्माण होता है. ऐसा ही एक योग है 'अंगारक योग', इसके बारे में आइए जानते हैं.
अंगारक योग
ज्योतिष शास्त्र जब मंगल का पाप ग्रह राहु या केतु से संबंध बनता है तो अंगारक योग बनता है. इस योग को एक अशुभ योग बताया गया है. पाप ग्रह राहु वर्तमान समय में वृषभ और केतु वृश्चिक राशि में गोचर कर रहा है. राहु की नजर मकर राशि पर बनी हुई है, जहां पर 26 फरवरी को मंगल का गोचर होने जा रहा है.
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अंगारक योग के लक्षण
अंगारक योग का फल अंगारक योग के कारण व्यक्ति के स्वभाव में उग्रता और क्रोध की स्थिति बढ़ जाती है. व्यक्ति बात-बात पर भड़क उठता है और कभी-कभी हिंसा करने पर भी आतुर हो जाता है. मंगल को उग्र ग्रह माना गया है. मंगल को ग्रहों में सेनापति माना गया है. लेकिन जब ये राहु के साथ आ जाता है तो व्यक्ति क्रोध में गलत कदम उठा लेता है. अंगारक योग के दौरान अग्नि और वाहन आदि के प्रयोग में भी सावधानी बरतनी चाहिए. वहीं वाद विवाद से भी दूर रहना चाहिए. बड़े भाइयों को नाराज नहीं करना चाहिए.
अंगारक योग के उपाय
- नशा आदि नहीं करना चाहिए.
- गलत संगत से दूर रहें.
- भगवान शिव और हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए.
- मन को शांत रखने के लिए अध्यात्म से जुड़ना चाहिए.
- नकारात्मक विचारों से दूरी बनाकर रखें.
- वाणी में मधुरता बनाएं रखें.
- सभी के साथ विनम्रता से पेश आएं.
अंगारक मंत्र
इस मंत्र का एक माला जाप करें- ओम अंग अंगारकाय नम:
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