Vinayak Chaturthi 2023 Date: शिव का प्रिय महीना सावन चल रहा है. सावन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा. 16 अगस्त को अधिक मास का समापन हो जाएगा. वहीं, 17 अगस्त से सावन शुक्ल पक्ष का प्रारंभ होगा. सावन का महीना शिव परिवार के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. सावन की विनायक चतुर्थी के दिन व्रत रखकर गणेश जी की पूजा करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.


इस साल सावन विनायक चतुर्थी पर 5 शुभ संयोग बन रहे हैं, इन शुभ संयोग में गणेश जी की पूजा की जाएगी. सावन की विनायक चतुर्थी के दिन व्रत रखकर गणेश जी की पूजा करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. आइए ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास से जानें सावन विनायक चतुर्थी के शुभ योग, मुहूर्त और लाभ.



सावन विनायक चतुर्थी क्यों है खास (Sawan Vinayak Chaturthi 2023 Kab Hai)


 ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास जी ने बताया कि हिंदू पंचांग के मुताबिक, इस बार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 19 अगस्त की रात 10:19 बजे से शुरू होगी और 21 अगस्त की रात 12:21 पर इसका समापन हो जाएगा. रविवार 20 अगस्त 2023 को विनायक चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा. यह दिन इसलिए भी विशेष है, क्योंकि इसी तिथि पर 'साध्य' और 'शुभ' अत्यंत शुभ योग का निर्माण भी हो रहा है. इसके साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और रवि योग भी बन रहा है. इस वजह से इस दिन व्रत रखने का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है.


सावन विनायक चतुर्थी तिथि (Sawan Vinayak Chaturthi 2023 Tithi)


सावन शुक्ल चतुर्थी तिथि शुरू - 19 अगस्त 2023, रात 10.19


सावन शुक्ल चतुर्थी तिथि समाप्त - 21 अगस्त 2023, प्रात: 12.21


गणपति पूजा का शुभ मुहूर्त (Sawan Vinayak Chaturthi 2023 Muhurat)


ज्योतिषाचार्य ने बताया कि सावन विनायक चतुर्थी की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11:06 मिनट से प्रारंभ होगा और यह शुभ समय दोपहर 01:43 मिनट तक रहेगा. ऐसे में विनायक चतुर्थी पर ढाई घंटे से अधिक पूजा के लिए शुभ समय मिल रहा है.


सावन विनायक चतुर्थी पर 5 शुभ संयोग (Sawan Vinayak Chaturthi 2023 Auspicious yoga)


ज्योतिषाचार्य ने बताया कि इस बार सावन विनायक चतुर्थी पर 5 शुभ संयोग बन रहे हैं. 20 अगस्त को सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि, रवि योग, साध्य योग और शुभ योग बनेंगे. साध्य योग प्रातः काल से लेकर रात 09:59 मिनट तक है. इसके बाद साध्य योग प्रारंभ हो रहा है.  सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग सुबह 05:53 मिनट से शुरू होगा और यह सोमवार 21 अगस्त को सुबह 04:22 मिनट तक रहेगा. पूरे दिन हस्त नक्षत्र होगा.


विनायक चतुर्थी की पूजा के लाभ


ज्योतिषाचार्य ने बताया कि प्रथम पूज्य देवता भगवान गणेश अपने भक्तों का संकट दूर करते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हर माह की चतुर्थी तिथि गजानन को समर्पित है .इसे संकष्टी या विनायक चतुर्थी भी कहते हैं. इस दिन व्रत रखने से भगवान लंबोदर सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. भगवान गणेश व्रत रखने वालों को धन-धान्य, बल, बुद्धि और विद्या का आशीर्वाद देते हैं.  हिंदू धर्म में मान्यता है कि, विनायक चतुर्थी का व्रत रखने से कई प्रकार के ग्रह दोष भी दूर हो जाते हैं, संकट मिटता है और भगवान गणेश की कृपा हमेशा के लिए बनी रहती है. छात्रों की कई समास्याएं समाप्त हो जाती है.


विनायक चतुर्थी व्रत महत्व


ज्योतिषाचार्य ने बताया कि सावन का महीना भगवान शिव को प्रिय है. गणेश जी भगवान शिव के पुत्र हैं. सावन विनायक चतुर्थी के दिन गणेश पूजा से भगवान शिव और माता पार्वती भी प्रसन्न होंगे. इस व्रत को करने से गणेश जी की कृपा प्राप्त होती है. साथ ही हर तरह के संकट दूर होते हैं. धन, बल और बुद्धि की प्राप्ति होती है.


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