Surya Grahan 2024: अप्रैल के बाद अब अगला सूर्य ग्रहण कब लगेगा, ये कैसा ग्रहण होगा और भारत पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा? जानें
Next Surya Grahan 2024: 2024: आज साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण लगेगा. यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. जानते हैं कि इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण कब लगेगा और यह भारत में दिखाई देगा या नहीं.
Second Solar Eclipse 2024: 8 अप्रैल यानी आज साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. यह सूर्य ग्रहण बहुत विशेष रहने वाला है. इस सूर्य ग्रहण को लेकर पूरी दुनिया में उत्साह है. भारतीय समय के अनुसार यह सूर्य ग्रहण आज रात 9 बजकर 12 मिनट में शुरू होगा और आधी रात 2 बजकर 22 मिनट पर खत्म होगा.
इस सूर्य ग्रहण को पश्चिमी यूरोप पेसिफिक,अटलांटिक,आर्कटिक मेक्सिको, उत्तरी अमेरिका, कनाडा, मध्य अमेरिका, दक्षिण अमेरिका के उत्तरी भागों में, इंग्लैंड के उत्तर पश्चिम क्षेत्र और आयरलैंड में देखा जा सकेगा. यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. जानते हैं कि इस साल का अगला सूर्य ग्रहण अब कब लगने वाला है. ये सूर्य ग्रहण कैसा होगा और भारत पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा.
साल 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण (Second Solar Eclipse 2024)
साल 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को बुधवार के दिन लगेगा. यह ग्रहण 2 अक्टूबर की रात 09:13 मिनट से शुरू होकर मध्य रात्रि 03:17 मिनट पर समाप्त होगा. इस सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 6 घंटे 04 मिनट की होगी.
इन जगहों पर दिखेगा अगला सूर्य ग्रहण (Second Solar Eclipse Visibility)
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण दक्षिणी अमेरिका के उत्तरी भागों, प्रशांत महासागर, अटलांटिक, आर्कटिक, चिली, पेरू, होनोलूलू, अंटार्कटिका, अर्जेंटीना, उरुग्वे, ब्यूनस आयर्स, बेका आइलैंड, फ्रेंच पॉलिनेशिया महासागर, उत्तरी अमेरिका के दक्षिण भाग फिजी, न्यू चिली, ब्राजील, मेक्सिको और पेरू में दिखाई देगा. यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा.
साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा वलयाकार
साल का आखिरी सूर्य ग्रहण कंकणाकृति यानी वलयाकार ग्रहण होगा. यह तब होता है जब पृथ्वी और सूर्य के बीच चंद्रमा हो, लेकिन इसकी दूरी धरती से दूर हो. धरती से दूर होने के कारण चंद्रमा छोटा दिखता है. इस ग्रहण में सूर्य एक अंगूठी के आकार की तरह नजर आता है, जिसे रिंग ऑफ फायर भी कहा जाता है.
भारत पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव (Solar Eclipse Effect in India)
साल दूसरा ग्रहण भी रात में लगेगा इसलिए यह भारत में दिखाई नहीं देगा. यहां दिखाई न देने की वजह से इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा. यह सूर्य ग्रहण कन्या राशि और हस्त नक्षत्र में लगेगा. इस दिन सूर्य के साथ चंद्रमा, बुध और केतु स्थित होंगे.
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