Shani Amavasya 2022 Date: शनि अशुभ हो जाएं तो व्यक्ति के जीवन में परेशानियां भर देते हैं. व्यक्ति बुरी तरह से परेशान हो जाता है. हर काम में बाधा आती है. जमा पूंजी नष्ट हो जाती है. सदैव धन की कमी बनी रहती है. इसके साथ रोग, नौकरी में बाधा और व्यापार में हानि भी होने लगती है. शनि देव को प्रसन्न करने का अति शुभ दिन आने वाला है.


शनि अमावस्या कब है? (Shani Amavasya 2022 Kab Hai)
पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास की अमावस्या 27 अगस्त 2022, शनिवार के दिन पड़ रही है. इसी अमावस्या को शनि अमावस्या के नाम से जाना जाता है. इसे कुशाग्रही अमावस्या भी कहा जाता है. इस दिन शनि को प्रसन्न करने के साथ ही पितरों को भी याद किया जाता है, इस दिन पितरों के निमित्त समर्पित किया जाता है. जिन लोगों की कुंडली में पितृ दोष है, वे इस दिन पितृ दोष की शांति या उपाय कर सकते हैं.


शनि दोष का उपाय (Shani Dosh Upay)
शनि अमावस्या के दिन शनि दोष का भी उपाय किया जाता है. मान्यता है कि इस दिन उपाय और विधि पूर्वक पूजा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और शुभ फल प्रदान करते हैं. जीवन में आने वाले कष्टों को दूर करते हैं. इसके साथ ही जिन लोगों की कुंडली साढ़ेसाती औ शनि की ढैय्या चल रही है, वे भी इस दिन उपाय और पूजा से शनि की अशुभता से बच सकते है. इस दिन ये उपाय कारगर बताया गया है-


शनिश्चरी अमावस्या पर आप पीपल के पेड़ की पूजा कर सकते हैं. इस दिन पीपल की जड़ में दूध और जल अर्पित करें. इसके बाद पांच पीपल के पत्तों पर पांच प्रकार की मिठाई रखकर पीपल के पेड़ पास रख दें. मन में शनि देव के नाम का जाप करते हुए घी का दीपक जलाएं और सात परिक्रमा लगाएं.


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