Shani Dev, Mahima Shani Dev Ki: मकर राशि में शनि वर्तमान समय में गोचर कर रहे हैं. वर्ष 2021 में शनि देव का कोई राशि परिवर्तन नहीं है. शनि देव का इस वर्ष सिर्फ नक्षत्र परिवर्तन है. मौजूदा समय में शनि देव श्रवण नक्षत्र में विराजमान हैं. शनि देव को ज्योतिष शास्त्र में विशेष ग्रह माना गया है.
शनि देव
शनि देव को ज्योतिष शास्त्र में न्याय का देवता कहा गया है. शनि व्यक्ति के कर्माें के आधार पर अच्छे और बुरे फल प्रदान करते हैं. इसलिए कहा जाता है कि शनि देव के प्रकोप से बचना है तो गलत कार्यों से हमेशा दूरी बनाकर रखना चाहिए. क्योंकि शनि अपनी दशा, साढ़ेसाती और ढैय्या के दौरान परेशानियां पैदा करते हैं.
शनि की दृष्टि
शनि देव की दृष्टि से कोई भी नहीं बच पाता है. यहां तक की स्वयं भगवान शिव को शनि की दृष्टि का शिकार होना पड़ा था. शनि देव भगवान शिव के भक्त हैं. भगवान शिव को प्रसन्न करने और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए शनि देव ने कठोर तपस्या की थी. प्रसन्न होकर भगवान शिव ने शनि देव को सभी ग्रहों में न्यायाधीश बनाया था. शनि देव को वरदान प्राप्त है कि उनकी दृष्टि से मनुष्य और देवता भी नहीं बच सकते हैं. इसीलिए शनि देव सदैव अपनी दृष्टि को नीचे किए रहते हैं.
सावन 2021
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है. शनिदेव भोलेनाथ के परम भक्त हैं. इसलिए सावन में पड़ने वाले शनिवार के दिन पूजा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं. इस दिन शनि देव से जुड़ी चीजों का दान भी करना चाहिए. 07 अगस्त 2021 को शनिवार का दिन है. इस दिन शनि देव को शांत करने के लिए शनि चालीसा और शनि मंत्रों का जाप करना चाहिए.
शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या
मिथुन और तुला राशि पर शनि की ढैय्या और धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है. इसके साथ जिन लोगों की जन्म कुंडली में शनि अशुभ हैं या फिर शनि की दशा- अंर्तदशा चल रही है, वे इस दिन शनि देव की पूजा कर सकते हैं.
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