Shani Dev: एकादशी की तिथि में शनि देव को शांत करने का बन रहा है विशेष संयोग, इन 5 राशियों को जरूर करने चाहिए ये उपाय
Shani Dev: मकर राशि में वक्री से मार्गी हो चुके शनि देव को शांत और प्रसन्न करने के लिए आने वाले शनिवार को एक विशेष संयोग बन रहा है. इसके बारे में आइए जानते हैं.
Shani Dev: शनि देव को शांत रखना आवश्यक माना गया है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव जब अशुभ फल प्रदान करते हैं तो व्यक्ति को तरह-तरह की परेशानियां और बाधाएं प्रदान करते हैं. शनि को न्याय करने वाला माना गया है. कलियुग का दंडाधिकारी शनि देव को बताया गया है. शनि देव के बारे में मान्यता है कि शनि व्यक्ति के कर्मों के आधार पर ही अच्छे और बुरे फल प्रदान करते है. इसीलिए शनि देव को कर्मफल दाता भी कहा गया है. शनि देव को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए शनिवार का दिन उत्तम माना गया है. इस बार शनिवार को विशेष संयोग बन रहा है.
16 अक्टूबर 2022, पंचांग (16 October 2021 Panchang)
पंचांग के अनुसार 16 अक्टूबर 2021 को शनिवार का दिन है. इस दिन आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है. इस एकादशी तिथि को पापांकुशा एकादशी के नाम जाना जाता है. इस दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. शनि देव भगवान श्रीकृष्ण के भक्त है.और श्रीकृष्ण को भगवान विष्णु का आठवां अवतार माना गया है. इसलिए इस दिन शनि देव भगवान विष्णु की पूजा करने से प्रसन्न् होते हैं. इस दिन धनिष्ठा नक्षत्र और चंद्रमा कुंभ राशि में विराजमान रहेगा.
पपांकुशा एकादशी का महत्व (Papankusha Ekadashi 2021)
पौराणिक कथा के अनुसार पापांकुशा एकादशी का व्रत रखने और विधि पूर्वक पूजा करने से यमलोक में यातनाएं नहीं मिलती हैं. इस एकादशी का व्रत रखने से पापों से भी मुक्ति मिलती है.
शनि साढ़ेसाती (Shani Sade Sati)
16 अक्टूबर, शनिवार के दिन शनि देव की पूजा उन लोगों के विशेष लाभकारी है, जिन पर शनि की दृष्टि यानि शनि की साढ़ेसाती या शनि की ढैया चल रही है. वर्तमान समय में धनु, मकर और कुंभ राशि पर साढ़ेसाती और मिथुन तथा तुला पर शनि की ढैया चल रही है. शनि देव को शांत करने के लिए इन 5 राशियों के लिए विशेष अवसर बन रहा है.
शनि के उपाय (Shani Upay)
शनिवार के दिन नजदीक शनि मंदिर में शनि देव की पूजा करें. सरसों का तेल चढ़ाएं. इसके साथ ही काली उड़द, अनाज आदि का दान करें. इस दिन शनि आरती और शनि चालीसा का पाठ करने से भी शनि देव प्रसन्न होते हैं और अशुभता को दूर करते हैं.