Shani Ki Dhaiya 2020: शनि की महादशा, शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या जिन लोगों पर चल रही है, उन लोगों को वर्ष 2021 में सावधान रहने की जरूरत है. वर्ष 2021 में शनि की चाल में कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. इसलिए इन 5 राशि वालों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है.
शनि की साढ़ेसाती
शनि की साढ़ेसाती का नाम सुनकर ही लोगों के पसीने छूट जाते हैं. इस समय धनु,मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है. इसलिए शनि की अशुभता को कम करने के लिए मंगलवार और शनिवार को शनि का उपाय करना चाहिए.
शनि की ढैय्या
मिथुन और तुला राशि पर शनि की ढैय्या चाल रही है. इसलिए मिथुन और तुला राशि वालों को कोई भी ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए जिससे शनि देव नाराज हों. शनि की ढैय्या के दौरान शनि देव को प्रसन्न रखने की कोशिश करनी चाहिए.
शनि देव का प्रभाव
शनि देव को ज्योतिष शास्त्र में न्याय का कारक माना गया है. शनि की महादशा, शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या के दौरान व्यक्ति को अधिक कष्ट भोगने पड़ते हैं. शनि व्यक्ति के कर्मों के आधार पर ही फल देते हैं. व्यक्ति के अच्छे-बुरे कर्मों के आधार पर ही शनि का फल प्राप्त होता है.
शनि की वर्ष 2021 में स्थिति
ज्योतिष गणना और पंचांग के अनुसार इस समय शनि देव मकर राशि में गोचर कर रहे हैं. वर्ष 2021 में शनि का कोई राशि परिर्वतन नहीं है. यानि इस नए वर्ष में शनि का कोई गोचर नहीं है. नए वर्ष में शनि देव का केवल नक्षत्र परिवर्तन होगा. वर्ष 2021 में भी शनि देव मकर राशि में ही विराजमान रहेंगे. वर्ष 2021 में शनि का गोचर उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में होगा, वहीं 22 जनवरी 2021 को शनि श्रवण नक्षत्र में आ जाएंगे.
शनि उपाय
शनि जब अशुभ फल देने लगें, तो शनि का उपाय करना बहुत ही जरूरी हो जाता है. शनि अशुभ होने पर धन हानि, रोग, कर्ज, भटकाव और मनहानि जैसे फल भी प्रदान करते हैं. शनि को शांत रखने के लिए व्यक्ति को मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए और शनि का दान देना चाहिए. कमजोर व्यक्ति को सताने से शनि देव नाराज होते हैं.
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