(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Shani Dev: शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या से बचने के लिए ये हैं उपाय, इन 5 राशियों पर है दृष्टि
धनु (Sagittarius), मकर (Capricorn) और कुंभ राशि (Aquarius) पर शनि की साढ़ेसाती (Shani Ki Sade Sati) चल रही है.मिथुन (Gemini) और तुला राशि (Libra) पर शनि की ढैय्या (Shani Ki Dhaiya) है.शनि (Shani Dev) के उपाय करने से शनि देव शांत होते हैं.
Shani Dev: मकर राशि में शनि देव गोचर कर रहे हैं. शनि देव वर्तमान समय में उल्टी चाल चल रहे हैं. यानि शनि वक्री अवस्था में है. शनि देव को ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है. शनि जब अशुभ होते हैं, इन मामलों में परेशानी और बाधाएं प्रदान करते हैं-
- जॉब
- शिक्षा
- करियर
- बिजनेस
- दांपत्य जीवन
- लव रिलेशन
- सेहत
शनि वक्री (Shani Retrograde 2021)
ज्योतिष शास्त्र में शनि को न्याय को देवता माना गया है. कलियुग में शनि व्यक्ति को कर्मों के आधार पर अच्छे और बुरे फल प्रदान करते हैं. शनि वक्री अवस्था में हैं. शनि बीते 23 मई 2021 को मकर राशि वक्री हुए थे. शनि जब वक्री होते हैं तो पीड़ित हो जाते हैं. शनि देव 141 दिनों तक वक्री रहेंगे.
शनि मार्गी (Shani Margi 2021)
पंचांग के अनुसार शनि देव 11 अक्टूबर 2021 सोमवार को प्रात: 07 बजकर 48 मिनट पर वक्री से मार्गी होंगे.
शनि की दृष्टि (Shani Ki Drishti)
शनि देव की इन पांच राशियों पर विशेष दृष्टि है-
- मिथुन राशि (Gemini)
- तुला राशि (Libra)
- धनु राशि (sagittarius)
- मकर राशि (Capricorn)
- कुंभ राशि (Aquarius)
शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या (Shani Ki Sade Sati/ Shani Ki Dhaiya)
इन 5 राशियों पर शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या चल रही है. इन राशि वालों को शनि देव को शांत रखने के लिए विशेष उपाय करने चाहिए.
महेश नवमी पर करें शनि की पूजा (Mahesh Navami 2021 Date)
पंचांग के अनुसार 19 जून 2021 को शनिवार है. इस दिन ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है. इस तिथि को महेश नवमी भी कहा जाता है. इस दिन भगवान शिव और शनि देव की पूजा का विशेष संयोग बन रहा है. शनि देव भगवान शिव के भक्त हैं. भगवान शिव ने ही शनि देव को सभी ग्रहों में न्यायाधीश का दर्जा प्रदान किया हुआ है.
शनि उपाय (Shani Ke Upay)
19 जून को शनिवार का दिन है. इस दिन इन उपायों को किया जा सकता है-
- नजदीकी शनि मंदिर में शनि देव की पूजा करें.
- शनिवार के दिन शनि देव पर सरसों का तेल चढ़ाएं.
- शनिवार को शनि देव से जुड़ी चीजों का दान करें.
- शनि मंत्र और शनि चालीसा का पाठ करें.
- भगवान शिव का इस दिन अभिषेक करें.