आज शनिवार को ऐसे करें शनि देव का प्रसन्न, साढ़े साती और ढैय्या से मिलेगी राहत, इन 5 राशियों पर शनि की है दृष्टि
शनिवार का दिन, शनि देव की पूजा के लिए उत्तम माना गया है. 26 फरवरी को शनिवार का दिन है. इस दिन शुभ संयोग भी बन रहे हैं.
शनि देव को कर्मफलदाता कहा गया है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि जब नाराज होते हैं तो मनुष्य के जीवन में दुख और कष्ट का अंबार लग जाता है. यही कारण है कि हर व्यक्ति शनि देव को प्रसन्न रखना चाहता है. शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार का दिन सबसे शुभ माना गया है. आज शनि देव की पूजा के लिए शुभ संयोग भी बना हुआ है. कैसे आइए जानते हैं-
26 फरवरी का पंचांग
पंचांग के अनुसार 26 फरवरी 2022, शनिवार का फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की दशमी और एकादशी की तिथि का योग बना हुआ है. प्रात: 10 बजकर 42 मिनट तक दशमी की तिथि रहेगी, इसके बाद एकादशी की तिथि प्रारंभ होगी. एकादशी की तिथि को अत्यंत शुभ तिथि माना गया है. एकादशी की तिथि मे पूजा करने से शनि देव विशेष प्रसन्न होते हैं और शुभ फल प्रदान करते हैं. इसके साथ ही आज सिद्धि योग भी बना हुआ है.
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किन राशियों पर है शनि की विशेष दृष्टि
वर्तमान समय में 5 राशियों पर शनि की विशेष दृष्टि है.ये राशियां हैं मिथुन, तुला, धनु, मकर और कुंभ राशि. इनमें से मिथुन और तुला राशि पर शनि की ढैय्या, वहीं धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़े साती चल रही है. इसके साथ ही जिन लोगों की कुंडली में शनि की महादशा या अंर्तदशा चल रही है, उनके लिए भी आज का दिन शनि देव को प्रसन्न करने के लिए उत्तम है.
शनि के उपाय
मान्यता है कि शनिवार के दिन शमी का पेड़ घर में लगाने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. इसके साथ ही शनिवार के दिन काली वस्तुओं का दान करना भी शुभ माना गया है. इस दिन काले कुत्ते को रोटी भी खिलाना भी अच्छा होता है. शनि मंदिर में शनि देव पर सरसों का तेल चढ़ाने से भी अच्छे फल प्राप्त होते हैं.
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शनि देव जीवन में बुरे फल प्रदान न करें, इसके लिए कुछ बातों का हमेशा ध्यान रखना चाहिए-
- कभी कमजोर का न सताएं.
- निर्धन, असहाय लोगों की मदद करें.
- परिश्रम करने वालों का कभी अपमान न करें.
- दूसरे के धन का लोभ न करें.
- निंदा न करें और न सुनें.
- पशु-पशुओं की सेवा करें.
- प्रकृति की रक्षा करें.
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