Shani Ki Dhaiya: महाशिवरात्रि का पर्व पंचांग के अनुसार 11 मार्च को मनाया जाएगा. महाशिवरात्रि का पर्व बहुत ही पवित्र और पावन माना गया है. इस वर्ष शिवरात्रि पर बहुत ही शुभ योग का निर्माण हो रहा है. इस वर्ष महाशिवरात्रि का पर्व शिव योग में मनाया जाएगा. जिस कारण इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से विशेष लाभ की प्राप्ति होगी.


शनिदेव को भगवान शिव का प्राप्त ये वरदान
भगवान शिव की पूजा करने से शनि देव शांत होते हैं. भगवान शिव ने ही सभी ग्रहों में शनिदेव को न्यायाधीश का स्थान प्रदान किया है. शनिदेव जब अपने पिता सूर्यदेव से नाराज हो गए थे तब भगवान शिव की घोर तपस्या की थी. तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने शनिदेव को नव ग्रहों में श्रेष्ठ स्थान प्रदान किया और उन्हें न्यायाधीश यानि दंडाधिकारी बनाया. इतना ही नहीं भगवान शिव ने शनिदेव को ये भी वरदान दिया कि सिर्फ मनुष्य ही नहीं देवता, असुर, सिद्ध, विद्याधर, गंधर्व और नाग भी उनसे भयभीत होंगे.


शनिदेव इन देवताओं की पूजा से प्रसन्न होते हैं
भगवान शिव के अवतारों की पूजा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं. हनुमान जी और भगवान भैरव भी भगवान शिव के अवतार माने जाते हैं. इसीलिए इन दोनों ही देवताओं की पूजा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं. हनुमान और भगवान भैरव के भक्तों को शनिदेव परेशान नहीं करते हैं.


मिथुन, तुला, धनु, मकर, और कुंभ राशि पर है शनि की विशेष नजर
मिथुन राशि और तुला राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है और धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती इस समय चल रही है. इसलिए इन राशि के जातकों पर शनि की दृष्टि है. जिन लोगों पर शनि की दृष्टि है उन्हें महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए. इससे शनि की अशुभता में कमी आती है और शुभ फल प्राप्त होते हैं.


महाशिवरात्रि पर ये उपाय करें
महाशिवरात्रि पर प्रात: काल भगवान शिव के दर्शन करें. स्नान करने के बाद व्रत का संकल्प लेकर पूजा आरंभ करें. भगवान शिव का अभिषेक करें और शिव जी को उनकी प्रिय चीजों का अर्पण करें. इस दिन गलत कार्यों को न करें. किसी का अनादर न करें, जरूरतमंदों को दान आदि दें.


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