Hanuman Puja: शनि देव कर रहे हैं परेशान तो मंगलवार को इन आसान मंत्रों से हनुमान जी को करें प्रसन्न
Hanuman Puja: शनि देव जब किसी पर अशुभ दृष्टि डालते हैं जीवन परेशानियों से भर देते हैं. शनि के खराब होने से धन हानि होती है, व्यक्ति के मान सम्मान में कमी आती है और कभी भी तो व्यक्ति के जेल जाने की भी नौबत आ जाती है.
हनुमान जी की पूजा से शनि देव प्रसन्न होते हैं. मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है. 10 नवंबर 2020 को मंगलवार का दिन है. पंचांग के अनुसार इस दिन कार्तिक मास की दशमी की तिथि है. चंद्रमा इस दिन सिंह राशि और सूर्य तुला राशि में रहेगा. इस दिन इंद्र का योग का निर्माण हो रहा है. मंगलवार को मघा नक्षत्र रहेगा. इस नक्षत्र का स्वामी केतु को माना गया है. इसलिए इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से केतु की अशुभता भी दूर की जा सकती है.
शनि की साढ़े साती शनि की साढ़े साती तीन राशियों पर इस समय चल रही है. धनु राशि, मकर राशि और कुंंभ राशि पर इस समय शनि की साढ़ेसाती चल रही है. शनि की जब साढ़ेसाती आती है तो हर प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. व्यक्ति तनाव से घिर जाता है. सही निर्णय नहीं ले पाता है और हर कार्य में उसे नुकसान उठाना पड़ता है. जमापूंजी नष्ट हो जाती है. विवादों में फंसकर व्यक्ति बर्बाद हो जाता है.
शनि की ढैय्या मिथुन राशि और तुला राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है. जिन लोगों की राशि मिथुन या तुला है वे शनि देव की विशेष पूजा करें. शनि की ढैय्या दांपत्य जीवन में कलह और तनाव देती है. व्यक्ति को जॉब और व्यापार में परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जमा जमाया कारोबार नष्ट हो जाता है. कर्ज बढ़ जाता है.
मंगलवार को करें हनुमान जी की पूजा हनुमान जी की पूजा करने से शनि की अशुभता दूर होती है. शनि देव ने हनुमान जी को वचन दिया था कि जो भी हनुमान जी की पूजा करेगा उसे वे परेशान नहीं करेंगे. हनुमान भक्तों को शनि परेशान नहीं करते हैं. इस दिन हनुमान जी को चोला चढ़ाना चाहिए और हनुमान चालीसा का विधिवत पाठ करना चाहिए. इसके अलावा इन मंत्रों का जाप करना चाहिए.
शनि के मंत्र 1- ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शन्योरभिस्त्रवन्तु न:। 2- ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम: 3- ॐ ऐं ह्लीं श्रीशनैश्चराय नम:। 4- कोणस्थ पिंगलो बभ्रु: कृष्णो रौद्रोन्तको यम:। 5- सौरि: शनैश्चरो मंद: पिप्पलादेन संस्तुत:।।
हनुमान जी के मंत्र 1- ॐ ऐं भ्रीम हनुमते, श्री राम दूताय नम: 2- ओम नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसहांरणाय सर्वरोगाय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा.
Chanakya Niti: दुश्मन जब शक्तिशाली हो तो चाणक्य की इस बात को कभी न भूलें, होगी जीत