Shani Dev : शनि देव की दृष्टि को शुभ नहीं माना गया है. माना जाता है कि शनि की दृष्टि जिस पर भी पड़ती है, उसका खराब समय आरंभ हो जाता है. पौराणिक कथा के अनुसार शनि देव की दृष्टि से स्वंय भगवान शिव भी नहीं बच पाए थे. शनि देव को वरदान प्राप्त है कि उनकी दृष्टि से इंसान ही नहीं देवता भी नहीं बच सकते हैं.
शनि की दृष्टि सभी को प्रभावित करती है. जिन लड़कियों की राशि मिथुन, तुला, धनु, मकर और कुंभ राशि है. उन्हें विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. क्योंकि इन राशियों पर शनि की ढैया और शनि की साढ़ेसाती चल रही है. मिथुन और तुला राशि पर शनि की ढैया और धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है.
अशुभ शनि के लक्षण (Ashubh Shani Ke Lakshan)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों की जन्म कुंडली में शनि अशुभ स्थिति हैं, उन्हें शनि महादशा, शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैया के दौरान विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. जो चीजें शनि की अशुभता में वृद्धि करें वे कार्य भूलकर भी नहीं करने चाहिए. शनि जब अशुभ होते हैं तो ये लक्षण दिखाई देने लगते हैं-
- कार्य में बाधा आना
- धन की कमी
- जमा पूंजी धीरे-धीरे नष्ट होना
- दांपत्य जीवन में तनाव और विवाद
- प्रेम संबंधों में बाधा
- रोग
शनि का राशि परिवर्तन 2022 (Shani Rashi Parivartan 2022)
पंचांग के अनुसार शनि इस वर्ष यानि 2021 में कोई राशि परिवर्तन नहीं कर रहे हैं. शनि अगले वर्ष यानि 2022 में राशि बदलेंगे. 29 अप्रैल 2022 को शनि देव राशि परिवर्तन करेंगे. तब इन 5 राशि वाली लड़कियों को विशेष सावधानी और सर्तकता बरतें.
शनि के उपाय (Shani Ke Upay)
- शनिवार के दिन शनि मंदिर में शनि देव की पूजा करें.
- शनि देव को सरसों का तेल चढ़ाएं.
- निर्धन व्यक्तियों को काला कंबल का दान दें.
- कुष्ठ रोगियों की सेवा करें.
- परिश्रम करने वालों का सम्मान करें.
- पशु-पक्षियों की सेवा करें.
- शनि चालीसा का पाठ करें.
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