Shani Plant Benefits: शास्त्रों में हर ग्रह से संबंधित पेड़ बताये गए हैं. ये पेड़ किसी न किसी ग्रह का प्रतिनिधित्व करते हैं. जैसे पीपल का पेड़ गुरु का प्रतिनिधित्व करता है अर्थात पीपल को गुरु का पेड़ कहा जाता है. इसी प्रकार शमी का पौधा शनि ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है. यदि आपके घर के पास शनि का पेड़ है तो आप जरुर इन बातों को नोट कर लें. बहुत फायदा होगा.


ये हैं शनि ग्रह के कारक पेड़


शमी, कीकर आम खजूर आदि का पेड़ शनि ग्रह का कारक है. इसके अलावा कटीले या जहरीले पौधे, खारी सब्जियां, तम्बाकू के पौधों पर शनि ग्रह का अधिकार होता है.इसी प्रकार पशुओं में भैस या भैंसा, वस्तुओं में शहद, धातु में लोहा और पोषक में जुराब और जूता पर शनि ग्रह का अधिकार बताया गया है. शास्त्रों के अनुसार शमी के पेड़ के अलावा घर पर इनमें से अन्य किसी का पेड़ लगाना शुभ नहीं होता है.


जातकों को अपनी कुंडली की स्थिति के बारे में जानकारी करके सही दिशा में शमी का पेड़ लगाना चाहिए. वैसे वायव दिशा शनि की होती है. मान्यता है कि शमी के पेड़ की पूजा करने से शनि दशा शांत होती है. शास्त्रों में शमी के पेड़ को शनि का साक्षात रूप बताया गया है.


कहा जाता है कि बुधवार के दिन शमी की पत्तियां गणेश को चढ़ाने से बुद्धि तीक्ष्ण होती है और घर-परिवार का कलह शांत होता है. मान्यता है कि विजय दशमी के दिन शमी की पूजा करने से घर में तंत्र –मंत्र का प्रभाव खत्म हो जाता है. यदि घर के पास शमी का पौधा लगा हो, तो उसकी नित्य पूजा करनी चाहिए. मान्यता है कि शमी की नित्य पूजा करने से वहां की विपदाएं दूर हो जाती हैं.  


प्रदोष कल में शमी के वृक्ष के पास जाकर हाथ जोड़कर प्रणाम करना चाहिए और उनकी जड़ों में शुद्ध और साफ़ जल अर्पित करना चाहिए. इसके बाद दीपक जलाकर पूजा करनी चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से सभी संकट खत्म हो जाते हैं. घर परिवार में सुख शांति व समृद्धि में बढ़ोत्तरी होती है.




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