Shani Dev Mantra: शनि देव के प्रकोप से बचाते हैं ये शक्तिशाली मंत्र, ग्रह बाधाएं होती हैं दूर
Shani Dev Mantra: शनि को कर्मफलदाता माना जाता है. कुंडली में शनि की दशा या साढ़ेसाती चल रही हो तो शनि मंत्रों का जाप करके शनि देव के प्रकोप से बचा जा सकता है.
Shani Dev Mantra: शनि देव न्याय के देवता है जो हर व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार ही फल देते हैं. ज्योतिष शास्त्र में शनि के प्रकोप से बचने के लिए कुछ खास मंत्र बताए गए हैं जिनके जाप से शनि के प्रकोप से बचाव होता है. जानते हैं शनि के इन शक्तिशाली मंत्रों के बारे में.
ॐ शनिदेवाय नमः
यह मंत्र शनि देव के सबसे सरल और प्रसिद्ध मंत्रों में से एक है. इसका जाप करने से शनि देव जल्द प्रसन्न होते हैं और उनकी कुदृष्टि से रक्षा होती है.
ॐ प्रीं शनिदेवाय नमः
यह मंत्र शनि देव को समर्पित बीज मंत्र है. इस मंत्र का जाप करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है और ग्रह-बाधाएं दूर हो जाती हैं.
ॐ नीलाञ्जन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजं च शनैश्चरं तं नमस्कृत्य रक्ष रक्ष मां भयतः
यह मंत्र शनि देव का स्तुति मंत्र है. इसका जाप करने से शनि देव के भय से छुटकारा मिलता है.
ॐ शं शनिश्चराय नमः
यह मंत्र शनि देव को शांत करने के लिए होता है. इसका जाप करने से शनि देव का प्रकोप कम होता है और ग्रह शांति होती है.
ॐ कृपा शनिदेव भगवान्
इस मंत्र के जाप से शनि देव की जल्द कृपा प्राप्त होती है. इसका जाप करने से शनि देव सारे बिगड़ काम बना देते हैं.
ॐ शनिदेव जयति जयति
यह मंत्र शनि देव की स्तुति करने के लिए होता है. इसका जाप करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है.
ॐ शनिदेव रक्षा कुरु
यह मंत्र शनि देव से रक्षा प्राप्त करने के लिए होता है. इसका जाप करने से शनि देव की कुदृष्टि से रक्षा होती है.
ॐ शनिदेव अष्टक
यह मंत्र शनि देव के अष्ट नामावली की स्तुति है. इसका जाप करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है और ग्रह बाधाएं दूर होती हैं.
ॐ शनिदेव चालीसा
यह मंत्र शनि देव की चालीसा का पाठ है. इसका पाठ करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि की कमी कभी नहीं होती है.
ॐ शनिदेव शांति पाठ
इस मंत्र का जाप करने शनि देव की कृपा से जीवन में शांति आती है. इसका पाठ करने से शनि देव के दुष्प्रभाव से राहत मिलती है और मुश्किलें कम होने लगती हैं.
शनि मंत्र जाप के नियम
शनि के मंत्रों का जाप करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. मंत्रों का जाप हमेशा स्नान करने के बाद स्वच्छ वस्त्र पहनकर करना चाहिए. मंत्रों का जाप शांत और एकाग्रचित होकर करें. मंत्रों का जाप माला या कम से कम 108 बार करें. इन मंत्रों का जाप नियमित रूप से करना चाहिए.
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