Shani Dev : शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित है. इस दिन पूजा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को शुभ फल प्रदान करते हैं. शनि को कर्मफल भी कहा गया है. शनि देव कलियुग में मनुष्य को उसके कर्मों के आधार पर शुभ-अशुभ फल प्रदान करते हैं. शनि का आशीर्वाद कष्टों से बचाता है. क्योंकि शनि देव जब अशुभ होते हैं तो व्यक्ति का जीवन में मुश्किलों से भर देते हैं.


21 मई को शनि देव की पूजा का बना है विशेष संयोग
आज शनि देव की पूजा का विशेष संयोग बना है. शनि आज अपनी ही राशि कुंभ में विराजमान है. आज षष्ठी की तिथि है, जो दोपहर 3 बजकर 01 मिनट तक रहेगी इसके बाद सप्तमी की तिथि प्रारंभ होगी. आज का नक्षत्र श्रवण है. श्रवण नक्षत्र के स्वामी शनि देव ही है. 


साढ़ेसाती और ढैय्या से पीड़ित हैं ये राशियां (Sade Sati and Dhaiya)
ज्योतिष गणना के अनुसार वर्तमान समय में शनि का राशि परिवर्तन हो चुका है. लगभग ढाई साल बाद शनि का राशि परिवर्तन हुआ है. शनि वर्तमान समय में कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं. इस समय 5 राशियों पर शनि की विशेष दृष्टि है.



  1. कर्क राशि- शनि की ढैय्या

  2. वृश्चिक राशि- शनि की ढैय्या

  3. मकर राशि- शनि की साढ़ेसाती 

  4. कुंभ राशि- शनि की साढ़ेसाती

  5. मीन राशि- शनि की साढ़ेसाती


शनि के उपाय (Shani Ke Upay)
शनि की अशुभता से बचने के लिए इन राशि वालों को आज शाम को नजदीकी शनि मंदिर में सरसों का तेल चढ़ाना चाहिए. इसके साथ ही शनि चालीसा का पाठ करना चाहिए. शनि का दान भी विशेष फल प्रदान करता है. 


Disclaimer : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


Lucky Zodiac Signs : धन के मामले में ये राशियां मानी जाती हैं बेहद लकी, इस लिस्ट में क्या आप भी शामिल हैं?


Shani Dev : शनिवार के दिन शनि देव को इन प्रभावशाली मंत्रों से करें प्रसन्न, साढ़ेसाती और ढैय्या भी कुछ नहीं कर पाएगी