वर्तमान में गोचर के शनि मकर राशि में बने हुए हैं.अभी वे डेढ़ साल और मकर राशि में रहेंगे. इसके बाद कुंभ राशि में प्रवेश लेंगे. यह दोनों ही शनि की राशियां हैं. अपनी राशियों में भ्रमण से शनिदेव प्रसन्न रहेंगे. उनकी प्रसन्नता समाज में न्याय और भाग्य को बल प्रदान करेगी. आम लोगों के कारक शनिदेव हैं. शनि के आशीर्वाद से जनमानस में उत्साह बना रहेगा. वे अपने अधिकारों के लिए सजग रहेंगे.
जिन लोगों की कुंडली में शनि देव कारक ग्रह हैं। उन्हें इन चार सालों मंे अच्छे लाभ के संकेत बनेंगे। महत्वपूर्ण कार्याें को गति मिलेगी. अवसरों की अधिकता बनी रहेगी.शनि विश्व में सकारात्मक बदलावों को बढ़ावा देंगे. अधिकारी वर्ग को अधिक मेहनत और लगन से कार्य करने के लिए प्रेरित करेंगे. भ्रष्ट और बेईमान लोग उजागर होंगे.
ध्यातत्व है कि शनि सभी 12 बारह राशियों का भ्रमण 30 साल में पूरा करते हैं. एक राशि में ढाई वर्ष रहते हैं.वर्तमान में वे स्वयं की राशि मकर में गोचर हैं. मकर पृथ्वी तत्व की चर राशि है. शनि के प्रभाव से समाज में गतिशीलता आएगी. सक्रियता से समाज और संस्कृति को बल मिलेगा. राजनीतिक दलों और सत्ताधीन लोगों को शनि का यह गोचर न्यायप्रियता को न्याय और जनकल्याण के लिए प्रेरित करेगा.