Shani Asta 2021: शनि को ज्योतिष शास्त्र में क्रूर ग्रह माना गया है. शनि की दृष्टि जिस राशि पर पड़ती है शनि उसे प्रभावित करने लगते हैं. शनि शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के फल जीवन में प्रदान करते हैं. शनि व्यक्ति को कर्म के आधार पर फल देने का कार्य करते हैं. यानि यदि व्यक्ति अच्छे कार्य करता है तो शनि देव उसे शुभ फल प्रदान करते हैं वहीं मनुष्य यदि गलत कार्यों को करता है तो शनि उसे उसी तरह के फल देना आरंभ कर देते हैं.
शनि कब अशुभ होते हैं
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा माना जाता है कि जब व्यक्ति पर शनि की महादशा, शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या के दौरान शनिदेव अच्छे फल प्रदान नहीं करते हैं जिस कारण इन अवस्थाओं के दौरान व्यक्ति को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
जॉब, करियर, सेहत और धन से जुड़ी परेशानी देते हैं
शनि जब अशुभ होते हैं तो व्यक्ति कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. शनि शिक्षा में भी बाधा पैदा कर सकते हैं. करियर और जॉब में भी मुश्किलें पैदा करते हैं. वहीं शनि अशुभ होने पर जमा पूंजी को नष्ट कर देते हैं. व्यक्ति कर्जदार हो जाता है और हर कार्य में उसे असफलता मिलने लगती है. शनि अशुभ ग्रहों के साथ गंभीर रोग देने का भी कार्य करते हैं. इसीलिए शनि को शांत रखना बहुत ही जरूरी बताया गया है.
शनि अस्त हो चुके हैं
ज्योतिष गणना के अनुसार शनि इस समय अस्त चल रही है. शनि 7 जनवरी 2021 को मकर राशि में अस्त चल रहे हैं. अस्त अवस्था में ही शनि ने नक्षत्र परिवर्तन भी किया है. 23 जनवरी को शनि श्रवण नक्षत्र में आ गए हैं. शनि 14 फरवरी को उदित होंगे.
इन 5 राशियों को रहना होगा सावधान
मिथुन और तुला राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है. वहीं धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है. इसलिए इस राशि के जातकों को विशेष ध्यान रखना होगा. इस दौरान शनि को प्रसन्न रखने का प्रयत्न करते रहना चाहिए.
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