Shani Dev: सावन में शनि देव को प्रसन्न करने का बन रहा है आज विशेष योग, इन राशियों पर शनि की क्रूर दृष्टि है
Shani Dev: सावन (Sawan 2022) का महीना शुरू हो चुका है. सावन में भगवान शिव (Lord Shiv) की विशेष पूजा की जाती है. सावन में पड़ने वाले शनिवार (Shanivar) का भी विशेष महत्व है.
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Sawan 2022, Shani Dev: शनि देव को एक क्रूर ग्रह माना गया है जो किसी पर रहम नहीं करते. शनि को शास्त्रों में कर्मफलदाता बताया गया है जो मनुष्य के कर्मों का फल प्रदान करने वाला एक ग्रह है. यही कारण है कि शनि देव को कलियुग का न्यायाधीश या दंडाधिकारी भी कहा जाता है. जिन लोगों पर शनि की महादशा, साढ़े साती और ढैय्या चल रही है उनके लिए सावन (Sawan 2022) का महीना शनि देव (Shani Dev) को प्रसन्न करने के लिए उत्तम माना गया है.
शनि ग्रह खराब हो तो क्या होता है?
शनि जब अशुभ होते हैं तो मनुष्य के जीवन में उथल-पुथल मच जाती है. बने बनाए काम बिगड़ने लगते हैं. धन की हानि होती है. संबंध खराब हो जाते है. कोई ऐसा रोग जकड़ लेता है जो ठीक होने में समय लेता है या फिर देर से ज्ञात होता है. बिजनेस में हानि कराते हैं शनि. यही कारण है कि हर कोई शनि को प्रसन्न रखना चाहता है.
सावन में शनि पूजा का महत्व
सावन में शनि की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है. शनि देव भगवान शिव के भक्त हैं. भगवान शिव ने ही शनि को सभी ग्रहों का दंडाधिकारी बनाया था. शनि देव की तपस्या से प्रसन्न होकर शिवजी ने उन्हें ये वरदान दिया था. यही कारण है कि शिव भक्तों को शनि देव परेशान नहीं करते हैं.
सावन में शनि देव की पूजा
सावन का महीना आरंभ हो चुका है. 12 अगस्त 2022 को सावन का महीना समाप्त होगा. 16 जुलाई 2022 को सावन का पहला शनिवार है. इस दिन शनि देव की पूजा का विशेष संयोग रात्रि तक बना हुआ है. इस दिन दो शुभ योग बन रहे हैं. रात्रि 8 बजकर 48 मिनट तक आयुष्मान योग और इसके बाद सौभाग्य योग बना हुआ है.
16 जुलाई 2022 का नक्षत्र
पंचांग के अनुसार इस दिन धनिष्ठा नक्षत्र रहेगा. गणना के अनुसार 16 जुलाई 2022 को दोपहर 3 बजकर 11 मिनट तक धनिष्ठा नक्षत्र और इसके बाद शतभिषा नक्षत्र रहेगा. धनिष्ठा नक्षत्र का स्वामी जहां मंगल है वहीं शतभिषा नक्षत्र का स्वामी राहु है. खास बात ये है ये दोनों ही ग्रह मंगल की राशि मेष में एक साथ विराजमान हैं.
शनि की क्रूर दृष्टि इन राशियों पर है
वर्तमान समय पर मिथुन, तुला राशि पर शनि की ढैय्या और धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़े साती चल रही है. इसलिए इन 5 राशियों पर शनि की विशेष दृष्टि है. शनिवार के दिन इन राशि वालों को शनि का दान, शनि के उपाय और शनि चालीसा का पाठ आदि करना चाहिए.
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