Shani Dev , Shani Ke Upay : शनि का राशि परिवर्तन हो चुका है. शनि देव वर्तमान समय में अपनी ही राशि कुंभ राशि में विराजमान हैं, जहां वे मंगल ग्रह के साथ युति बना रहे हैं. ज्योतिष शास्त्र में शनि और मंगल की युति को बहुत अच्छा नहीं माना गया है. जीवन में ये युति शुभ फल प्रदान नहीं करती हैं. माना जाता है कि कुंडली में जब ये स्थिति बनती है तो अचानक हानि की संभावना काफी प्रबल हो जाती है.
शनि और मंगल की ये युति आप पर कोई नकारात्मक प्रभाव न डाले इसके लिए शनिवार के दिन अशुभता को दूर करने का उत्तम संयोग बन रहा है. शास्त्रों में शनिवार का दिन शनि देव की पूजा के लिए शुभ माना गया है. शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित है. शनिवार को पूजा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं. विधि पूर्वक पूजा करने से शनि के दोष दूर होते हैं. 7 मई को शनिदेव की पूजा का विशेष संयोग बन रहा है.
7 मई को क्या विशेष है? (7 May 2022)
पंचांग के अनुसार 7 मई 2022 शनिवार को वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है. इसके साथ ही 7 मई को चंद्रमा कर्क राशि और पुनर्वसु नक्षत्र रहेगा. पुनर्वसु नक्षत्र का स्वामी देव गुरु बृहस्पति को माना गया है. जो इस दिन अपनी ही राशि में विराजमान रहेंगे. गुरु 7 मई को मीन राशि में मौजूद रहेंगे. विशेष बात ये है कि शनि और गुरु दोनों ही अपनी ही राशि यानि घर में मौजूद रहेंगे. जब कोई ग्रह अपनी राशि में विराजमान रहता है तो उसकी शक्ति में वृद्धि होती है और शुभ फल प्रदान करता है.
शनि के उपाय
- शनि मंदिर में शनिदेव की पूजा करें.
- सरसों का तेल और काले तिल चढ़ाएं.
- शनि मंत्र और शनि चालीसा का पाठ करें.
- काले रंग के छाते का दान करना चाहिए.
- रोगियों की सेवा करें.
शनि देन कामों को करने से होते हैं भयंकर नाराज
- झूठ न बोलें.
- क्रोध न करें.
- परिश्रम करने वालों का अपमान न करें.
- धन का प्रयोग दूसरों को हानि पहुंचाने के लिए न करें.
- विवाद और तनाव की स्थिति से दूर रहें.
- वाणी को खराब न करें.
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