Shani Dev Remedies: पंचांग के मुताबिक़ शनि का कुंभ राशि में 17 जनवरी को प्रवेश हो चुका है. कुंभ में शनि गोचर से मीन राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती एवं कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि की ढैय्या शुरू हो जायेगी. वहीँ कुंभ राशि के लोगों पर साढ़ेसाती का सबसे अधिक कष्टकारी चरण दूसरा चरण  वहीँ मकर राशि वालों पर साढ़ेसाती का तीसरा चरण शुरू हो गया है. ऐसे में इससे मुक्ति के लिए और शनि देव को प्रसन्न करने के लिए ये उपाय बेहद शुभ दायक साबित होगा. पंचांग के माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या शनिवार को पड़ रही है. इस लिए यह शनिश्चरी अमावस्या है. शनिश्चरी अमावस्या 21 जनवरी 2023 को है. अमावस्या का दिन शनि उपाय के लिए बेहद खास होता है. जब अमावस्या शनिवार को हो तो यह उपाय और भी लाभदायक हो जाता है.


शनिश्चरी अमावस्या के दिन करें शनि देव की पूजा


शनि अमावस्या के दिन प्रातः जल्दी उठकर स्नानादि के बाद लकड़ी की चौकी लगाएं और इस पर काले रंग का कपड़ा बिछाएं. इस पर शनि देव की प्रतिमा, यंत्र और सुपारी स्थापित करके सरसों के तेल का दीपक जलाएं. शनि देव पर अबीर, गुलाल, सिंदूर, कुमकुम, काजल लगाकर उन्हें नीले रंग के फूल अर्पित करें. इस दिन सरसों के तेल में तली हुई पूड़ी और अन्य चीजों का भोग लगाना शुभ माना जाता है. शनि पूजा के दौरान 5, 7, 11 या 21 बार शनि मंत्र का जाप करें और शनि चालीसा का पाठ करें. अंत में शनि देव की आरती करना न भूलें.


शनि अमावस्या का महत्व


हिंदू धर्म में इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने और दान करने की परंपरा है, जिससे पुण्य की प्राप्ति होती है. शनि आमवस्या पर शनि देव की पूजा जरूर करनी चाहिए. इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं और भक्तों को उनके कर्मों का फल देते हैं. साथ ही इससे साढ़ेसाती और ढैय्या में राहत मिलती है.


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