Shani Dev Upay: शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या और महादशा का असर होता है भयानक, बचाव के लिए करें ये उपाय
Shani Dev Upay: सभी ग्रहों में शनि को प्रमुख और विशेष ग्रह माना गया है. मान्यता है कि जिस व्यक्ति की कुंडली में शनि अशुभ होते हैं, उनके जीवन में अनेक परेशानियां आती हैं.
Shani Sadhesati, Dhaiyya, Mahadasha upay: शनि देव 23 अक्टूबर को मकर राशि में मार्गी यानि सीधी चाल से चलेंगे. शनि के मकर राशि में होने से 5 राशियों पर शनि की महादशा का भयंकर प्रभाव पड़ रहा है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि की महादशा 19 साल तक, शनि की साढ़ेसाती 7 साल और ढैय्या ढाई साल तक चलती है. हर व्यक्ति के जीवन में शनि की महादशा एक बार जरूर आती है. शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या और महादशा का व्यक्ति के जीवन पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है. इससे जीवन में कई तरह की बाधाएं उत्पन्न होती हैं.
इन राशियों पर चल रही है शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का बुरा प्रभाव
कुंभ, मीन और मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है. वहीं मिथुन और तुला राशि वालों पर शनि ढैय्या का प्रकोप है. इन राशि वालों को शनिदेव के इस बुरे प्रभाव से बचने के लिए शनिवार के दिन कई उपाय किये जा सकते है. इन उपायों को इनका प्रभाव कम होगा.
शनिदेव के बुरे प्रभाव से बचने के लिए करें ये अचूक उपाय
शनि मन्दिर में दीपक जलाएं
हर शनिवार को सुबह –शाम शनि मंदिर में जाकर सरसों के तेल का दीपक जलाएं. दीपक में काले तिल जरूर डालें. मान्यता है कि इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं और बुरी नजर हटा लेते हैं.
शनि यंत्र की पूजा करें
शनिवार के दिन सुबह और शाम दोनों समय शनि यंत्र की पूजा करें एवं ॐ श्री ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नमः मंत्र का जाप करें. मान्यता है कि ऐसा करने से शनिदेव की कृपा बरसती है.
शनि चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें
हर शनिवार को हनुमान जी की पूजा करें. उसके बाद सुंदरकांड और शनि चालीसा का पाठ करें. इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं और उनके बुरे प्रभाव से मुक्ति मिलती है.
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