Shani Dev: शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती क्या होती है, ये किन राशियों पर हैं और कब समाप्त होगी
Shani Dev: शनि ग्रह का नाम सुनकर ही लोगों को पसीना आ जाता है. शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या को शुभ नहीं माना गया है, वर्तमान में किन राशियों पर शनि महाराज की दृष्टि है, जानते हैं.
Shani Dev: शनि यानि कलियुग के दंडाधिकारी. वर्तमान समय में शनि ग्रह का गोचर कुंभ रशि (Kumbh Rashi) में हो रहा है. ज्योतिष ग्रंथों के अनुसार कुंभ राशि के स्वामी शनि देव (Shani Dev) ही हैं. यानि इस समय शनि अपने ही घर में विराजमान हैं. शनि की महादशा, साढ़ेसाती और ढैय्या को शुभ नहीं माना जाता है, विशेष परिस्थितियों में शनि की ये स्थितियां लाभकारी भी होती हैं. वर्तमान समय में शनि किन राशियों के लिए भारी हैं, आइए जानते हैं-
शनि की साढ़ेसाती (Shani Sadesatti)
शनि (Saturn) सभी ग्रहों में सबसे धीमी गति से चलने वाले ग्रह हैं. शनि की साढ़ेसाती साढ़े सात साल तक चलती है. इसके तीन चरण होते हैं, जो ढाई-ढाई साल का तीन चरण में पूरी होती है. शनि एक राशि से दूसरी राशि में कुल ढाई साल का समय लेते हैं. इस समय शनि की साढ़ेसाती मकर, कुंभ और मीन राशि पर चल रही है.
17 जनवरी 2023 से 29 मार्च 2025 तक शनि कुंभ राशि में ही विराजमान रहेंगे. शनि के कुंभ राशि (Aquarius) में विराजमान होने के कारण मकर, कुंभ और मीन राशि के जातकों के ऊपर शनि की साढ़ेसाती है. इस समय में मीन राशि वालों पर पहला चरण चल रहा, कुंभ राशि वालों पर दूसरा चरण वहीं मकर राशि वालों पर तीसरा चरण चल रहा है.
शनि की ढैय्या (Shani Dhaiyya)
शनि की ढैय्या का प्रभाव कुल ढाई साल तक रहता है. शनि की ढैय्या (Shani ki Dhaiyya) कष्टकारी होती है. इस समय शनि देव (Shani Dev) कुंभ राशि (Aquarius) में विराजमान हैं, कुंभ राशि में शनि की साढ़ेसाती होने की वजह से कर्क और वृश्चिक राशि वाले जातकों पर शनि की ढैय्या चल रही है.
इस समय कर्क (Cancer) और वृश्चिक (Scorpio) राशि के लोगों को शनि की ढैय्या (Shani ki Dhaiyya) का असर झेलना पड़ सकता है. नौकरी में दिक्कतें, अनचाहा तबादला, प्रमोशन में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है.बिजनेस (Business) करते हैं तो घाटा, मंदी जैसी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है. शनि की ढैय्या की वजह से कर्ज लेने और उसको चूकाने में दिक्कतें आ सकती हैं. वहीं शनि ढैय्या से पीड़ित राशि के लोगों को जोखिम भरे कामों से दूरी बना कर रखनी चाहिए, वाहन चलाते समय सावधानी बरतनी चाहिए.
शनि ढैय्या (Shani ki Dhaiyya) ढाई साल के बाद समाप्त होती है, शनि के राशि परिवर्तन के साथ ही ढैय्या का प्रभाव का खत्म हो जाता है. शनि मीन राशि में 29 मार्च 2025 को गोचर करेंगे, जिसके बाद शनि की ढैय्या का प्रभाव कर्क और वृश्चिक राशि से हट जाएगा.
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