Shani Dev Puja, Shanivar Upay: शनि का मकर राशि में 12 जुलाई को प्रवेश हो चुका है. शनि के इस राशि परिवर्तन से कुछ राशियों पर इनका भयंकर अशुभ प्रभाव पड़ेगा. वहीं कुछ राशियों पर शनि की महादशा भी शुरू हो गई है. ऐसे में इन अशुभ प्रभावों से राहत पाने के लिए ये उपाय करना बहुत जरूरी है. आइये जानें शनि से बचने के ये उपाय.
शनि की कुदृष्टि से बचने के उपाय (Shani Gochar 2022 Upay)
- मकर राशि में विराजमान शनि की कुदृष्टि से बचने के लिए हर शनिवार के दिन ”ॐ प्रां प्रीं प्रों स: शनैश्चराय नमः” का जप करें. यह जाप कम से कम 3 से 5 माला होना चाहिए. इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा बनी रहेगी.
- हर अमावस्या के दिन सुबह सूर्योदय के पहले और शाम को सूर्यास्त के समय शनि देव की विधि-विधान से पूजन करें. इस दौरान शनि मंत्र का जाप करें तथा शनि चालीसा का पाठ भी करें. इसके बाद शाम के समय पास के हनुमान मंदिर जाकर शनिदेव की पूजा के साथ-साथ हनुमान चालीसा का पाठ करें. इससे शनि के कुप्रभाव से बचा जा सकता है.
- मकर राशि में वक्री चाल से चल रहे शनि देव की कुदृष्टि से बचने के लिए हर शनिवार के दिन शनि पूजा के बाद सुंदरकांड का पाठ करें.
- श्रवण नक्षत्र में शनिवार के दिन शनि मंत्र से अभिमंत्रित शमी की जड़ को काले धागे में धारण करें तथा इसी दिन शनि से संबंधित चीजें जैसे- काले तिल, काले जूते, काला छाता, कस्तुरी काले तिल, काली मसूर आदि का दान करें. यह दान किसी भी जरूरतमंद और ग़रीब महिला, पुरुष या वृद्ध को करें. मान्यता है कि ऐसा करने से शनि के प्रभावों को कम किया जा सकता है.
- शनिवार के दिन लोहे के कटोरे को सरसों के तेल से भर लें. उसके बाद उसमें अपने चेहरे को देखें. अब इस तेल को शनि मंदिर में जाकर दान दें. मान्यता है कि ऐसा करने से शनि का दुष्प्रभाव कम होगा.
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