Saturn Transit Effect on Cancer: ज्योतिष में शनि को कर्म का कारक ग्रह माना गया है. ये सभी को उनके कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं. शनि देव क्रूर ग्रह माने जाते हैं. इसके बावजूद ये किसी के साथ अन्याय नहीं करते हैं. शनि की कृपा जिस पर भी होती है. वह सदैव सुखद जीवन जीता है. उसके सभी बिगड़े काम बनने लगते हैं. परंतु जिन पर उनकी बुरी नजर होती है या जो लोग गलत काम करते हैं. उनका जीवन दुश्वार हो जाता है.


शनि गोचर 2023


ज्योतिष गणना के मुताबिक शनि आज 17 जनवरी मंगलवार को रात 8 बजकर 02 मिनट पर स्वराशि मकर से निकलकर मूल त्रिकोण राशि कुंभ में गोचर करेंगे. ज्योतिष की माने तो शनि 30 साल बाद कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. जानकारी के लिए बतादें कि शनि 17 जून 2023 को कुंभ राशि में ही वक्री होंगे और 4 नवम्बर 2023 तक कुंभ राशि में ही वक्री अवस्था में रहेंगे. इसके बाद 4 नवम्बर 2023 से मार्गी हो जाएंगे.


कुंभ में शनि गोचर से कर्क पर प्रभाव


17 जनवरी को शनि के कुंभ राशि में गोचर से कर्क राशि पर शनि की ढैय्या शुरू हो जायेगी. इसके साथ ही कर्क राशि वालों के करियर, नौकरी-व्यापार, पढ़ाई, परिवार, प्रेम, स्वास्थ्य और यात्रा आदि पर क्या असर होगा. आइये जानें.


कर्क राशि से अष्टम आयु भाव पर गोचर करते हुए शनिदेव का प्रभाव आपके लिए बहुत अच्छा नहीं होगा. स्वास्थ्य के प्रति आपको अधिक सावधान रहना होगा. कार्यक्षेत्र में भी षड्यंत्र का शिकार हो सकते हैं. कोर्ट-कचहरी के मामले को बाहर ही सुलझा लेना बेहतर होगा. पैतृक संपत्ति संबंधी विवाद हल होंगे. दांपत्य जीवन में मान-मुटाव हो सकता है. विवाह संबंधी वार्ता में टाइम लगेगा.


शनि ढैय्या से मुक्ति के लिए करें ये  उपाय



  • प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को भगवान शिव के मंदिर में 5 बादाम चढ़ाएं और वहीं बैठकर महामृत्युजंय मंत्र की एक माला जाप करें. दशरथ कृत शनि स्त्रोत का पाठ करे.

  • प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें.


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