Shani Dev Effect: ज्योतिष (Astrology) में शनि देव (Shani Dev) को न्याय देवता का पद मिला हुआ है. ये सभी को उनके कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं. शनि देव हर ढाई साल पर राशि परिवर्तन करते हैं. शनि देव 12 जुलाई 2022 से वक्री होकर मकर राशि में विराजमान हैं. मकर राशि के स्वामी ग्रह खुद शनि देव ही है. स्वराशि मकर में वक्री शनि के होने से 5 राशियों पर शनि की ढैय्या (Shani Ki Dhaiya) और साढ़ेसाती (Shani Sadhesati) चल रही है. शनि की साढ़ेसाती के कारण कुंभ, मकर और धनु राशि पर साढ़ेसाती का प्रभाव है. इससे इन राशियों पर शनि की बुरी नजर लगी हुई है. शनि की बुरी नजर इन राशियों से संबंधित जातकों को परेशान कर सकती है.
इन पर चल रही है साढ़ेसाती (Shani Sadhesati)
शनि देव के मकर राशि में होने से कुंभ, मकर और धनु राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, मकर राशि पर साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है. इसके अलावा तुला और मिथुन राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है. ऐसी दशा में इन पांचो राशियों को सावधान रहना होगा. इन्हें अनावश्यक वाद-विवादों से बचना होगा. अनावश्यक खर्च पर नियंत्रण रखें नहीं तो आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है. वाहन न चलायें तो इनके लिए अच्छा होगा. यदि चलाते ही हैं तो बहुत संभालकर चलायें. किसी काम में लापरवाही न बरतें अन्यथा कष्टकारी साबित हो सकता है.
भूलकर भी न करें ये काम (शनि के उपाय, Shani Upay)
वक्री शनि (Vakri Shani) कोई अशुभ फल न प्रदान करें, इस लिए शनि उपाय करने उचित होते हैं. इसके साथ ही इन बातों का भी ध्यान रखना चाहिए.
- कार्यस्थल पर उच्चाधिकारियों की बातों का अनदेखा न करें.
- कार्य स्थल पर अपने पद की गरिमा बनाएं रखें तथा पद और अधिकार का गलत इस्तेमाल भूलकर भी न करें.
- किसी गरीब को न सताएं.
- जरूरतमंद लोगों को दान दें.
- महिलाओं, वृद्धों और विकलांगों का सम्मान करें एवं उनकी हर संभव मदद करें.
- कठोर परिश्रम करने वालों का सम्मान करें.
- अपने अंदर अहंकार भूलकर भी न आने दें तथा दूसरों का सम्मान करें.
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