Planetary Remedies: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के प्रभाव के बारे में बताया गया है. मान्यता है कि सौरमंडल में विचरण करने वाले ग्रहों का हमारे जीवन पर विशेष प्रभाव पड़ता है. ग्रहों की चाल मनुष्य को प्रभावित करती है. ये ग्रह शुभ-अशुभ दोनों तरह के फल प्रदान करते हैं.
जाने अनजाने में कई बार होने वाली गलतियां ग्रहों की अशुभता में कई गुना वृद्धि कर देती हैं, जिस कारण जीवन में बाधा, परेशानी और हानि की स्थिति बनती है. इसलिए यदि इन तीन ग्रहों को शुभ रखना है तो भूलकर भी ये गलतियां न करें-
शनि ग्रह शांति के उपाय (Shani Grah ke Upay)
शनि ग्रह को एक प्रभावशाली ग्रह माना गया है. ज्योतिष शास्त्र में शनि को कर्मों के आधार पर फल प्रदान करने वाला बहुत ही शक्तिशाली ग्रह है. यही कारण है कि शनि की दृष्टि, शनि साढे़साती और शनि की ढैय्या के नाम से लोग घबरा जाते हैं. शनि की अशुभता से बचने के लिए ये काम कभी नहीं करने चाहिए-
- मेहनत करने वालों को कभी न सताएं
- दूसरों के धन के लोभ न करें
- नियम को कभी न तोड़ें
- किसी को धोखा न दें
गुरु ग्रह के उपाय (Guru Grah ke Upay)
गुरु यानि बृहस्पति ग्रह को सभी ग्रहों में विशेष माना गया है. गुरु को ज्ञान का कारक माना गया है. ये शुभ फल देना वाला ग्रह है, लेकिन विषम परिस्थितियों में अशुभ फल भी प्रदान करता है. इन कामों को करने से गुरु अशुभ फल देते हैं-
- विद्वानों का अपमान भूलकर भी न करें
- किसी की शिक्षा में बाधा नहीं डालनी चाहिए
- अनुशासन नहीं तोड़ना चाहिए
- दूसरों की निंदा नहीं करनी चाहिए
शुक्र ग्रह का उपाय (Shukra Grah ke Upay)
ज्योतिष शास्त्र में भोग विलास, प्रेम, दांपत्य, विदेश यात्रा आदि का कारक माना गया है. शुक्र जब अशुभ होता है तो दांपत्य जीवन में प्रेम की कमी आती है. प्रेम संबंधों में सफलता नहीं मिलती है. शुक्र इन कार्यों को करने से अशुभ फल देता है-
- प्रेम में किसी को धोखा न दें
- महिलाओं का अनादर न करें
- धन का प्रयोग दूसरों को हानि पहुंचाने के लिए न करें
- धन का घमंड न करें
Kaal Sarp Dosh: कालसर्प दोष जॉब और बिजनेस में देता है भयंकर परेशानियां, सावन सोमवार में करें ये उपाय
Disclaimer : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.