Shani Drishti: शनि की साढ़ेसाती जब किसी राशि पर आती है तो उस राशि के जातक को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. शनि की साढ़ेसाती व्यक्ति को हर तरह से प्रभावित करती है. जन्म कुंडली में शनि ग्रह यदि अशुभ या कमजोर स्थिति में हो तो साढ़ेसाती की दशा में यह स्थिति और कष्टकारी बन जाती है.


शनि की साढ़ेसाती जब चल रही हो तो व्यक्ति को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि का एक न्यायप्रिय ग्रह है. ऐसा माना जाता है कि शनि व्यक्ति को कर्मों के आधार पर शुभ-अशुभ फल प्रदान करते हैं.


शनि की साढ़ेसाती के दौरान व्यक्ति को धनहानि होती है. कोई गंभीर रोग घेर सकता है, वाद-विवाद की स्थिति बनती है. शत्रु सक्रिय होते हैं. जिस कारण जीवन कष्टों से भर जाता है.


मंगलवार को हनुमान जी की पूजा करें
3 नवंबर 2020 को मंगलवार का दिन है. पंचांग के अनुसार इस दिन कार्तिका मास की कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है. इस दिन चंद्रमा वृषभ राशि में रहेगा. इस दिन अभिजीत मुहूर्त प्रात: 11 बजकर 42 मिनट से दोपहर 12 बजकर 27 मिनट तक रहेगा. इस मुर्हूत में हनुमान जी की पूजा करने से लाभ प्राप्त होगा. क्योंकि ऐसा माना जाता है कि अभिजीत मुहूर्त में किए गए कार्य का अभिजीत फल प्राप्त होता है.


हनुमान के भक्तों को शनिदेव नहीं करते हैं परेशान
हनुमान भक्तों को शनिदेव परेशान नहीं करते हैं. इसके पीछे एक पौराणिक कथा है. इस कथा के अनुसार शनिदेव ने हनुमान जी को वचन दिया था कि वे हनुमान जी की पूजा करने वालों को कभी परेशान नहीं करेंगे. इसलिए जो लोग शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से पीड़ित है वे मंगलवार को हनुमान जी की पूजा अवश्य करें. इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ करें. इस दिन हनुमाज जी को चोला चढ़ाने से भी शनि की अशुभता को कम करने में मदद मिलती है. इस दिन सुबह स्नान करने के बाद हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए यदि इस दिन व्रत रखते हैं तो इसके फल में वृद्धि होती है.


Jyotish Vidya: जन्म कुंडली देखे बिना भी ग्रहों के अशुभ होने का पता लगाया जा सकता है, जानिए