Shani Ki Drishti: शनि देव का नाम आते ही परेशानी और चिंता की लकीरें माथे पर दिखाई देने लगती है. शनि को ज्योतिष शास्त्र में एक क्रूर ग्रह माना गया है. ऐसा माना जाता है कि अशुभ शनि की दृष्टि हो तो व्यक्ति का जीवन दुख और दिक्कतों से भर जाता है.


शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या
मिथुन, तुला, धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की दृष्टि है. इन 5 राशियों पर शनि भारी है. मिथुन और तुला पर शनि की ढैय्या है वहीं धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढे़साती चल रही है.


मकर राशि में विराजमान हैं शनिदेव
पंचांग के अनुसार इस समय शनि देव मकर राशि में गुरु के साथ युति बनाकर बैठे हुए हैं. शनि के साथ गुरु का संबंध सम है. यानि इनकी आपस में कोई शत्रुता नहीं है.


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मंगलवार को हनुमान पूजा से शांत होते हैं शनि देव
आज मंगलवार है. मंगलवार का दिन हनुमान पूजा के लिए उत्तम माना जाता है. इस दिन हनुमान जी की पूजा से शनि की अशुभता को कम किया जा सकता है. पौराणिक मान्यता के अनुसार हनुमान जी को शनि देव ने वचन दिया हुआ कि हनुमान भक्तों को वे परेशान नहीं करेंगे.


हनुमान जी की पूजा कैसे करें
मंगलवार को विधि पूर्वक हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए. हनुमान जी स्वच्छता और अनुशासन को पसंद करते हैं. इसलिए इस पूजा में इन दोनों ही चीजों का विशेष ध्यान रखा जाता है. मंगलवार को सुबह स्नान करने के बाद हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए और प्रसाद में पीली बूंदी का प्रसाद चढ़ाना चाहिए. हनुमान जी की आरती सुबह और शाम दोनों समय करना शुभ फलदायी माना गया है.


हनुमान चालीसा का पाठ करें
मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करने से हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है. मंगलवार को सुबह और शाम को हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए.


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