Shani Upay: इस राशि वाले कार्तिक के पहले शनिवार को करें ये उपाय, शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से मिलेगी मुक्ति
Shani Sade Sati and Dhaiya remedies: आज कार्तिक मास के पहले शनिवार को मकर, कुंभ, धनु, मिथुन, तुला राशि वाले ये उपाय करें तो उन्हें शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति मिल सकती हैं.
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Shani Sade Sati and Dhaiya remedies: कार्तिक मास प्रारंभ हो चुका है. आज कार्तिक मास का पहला शनिवार है. इस दिन मकर, कुंभ, धनु, मिथुन, तुला राशि वाले शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए ये उपाय करने से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव से मुक्ति मिल सकती है. हिंदू धर्म में कार्तिक मास का धार्मिक दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान होता है. यह मास भगवान विष्णु और देवी माता लक्ष्मी जी को समर्पित होता है.
इस समय मकर, कुंभ, धनु राशि पर शनि की साढ़ेसाती और मिथुन, तुला राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है. शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या लगने से व्यक्ति को कई प्रकार की परेशानियों का मुकाबला करना पड़ता है. ऐसे में कार्तिक मास के पहले शनिवार को शनिदेव की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करनी चाहिए. इसके साथ ही शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति के लिए कार्तिक मास के पहले शनिवार को दशरथ कृत शनि स्तोत्र का पाठ जरूर करें.
राजा दशरथ कृत शनि स्तोत्र
नम: कृष्णाय नीलाय शितिकण्ठनिभाय च। नम: कालाग्निरूपाय कृतान्ताय च वै नम: ।।
नमो निर्मांस देहाय दीर्घश्मश्रुजटाय च। नमो विशालनेत्राय शुष्कोदर भयाकृते।।
नम: पुष्कलगात्राय स्थूलरोम्णेऽथ वै नम:। नमो दीर्घायशुष्काय कालदष्ट्र नमोऽस्तुते।।
नमस्ते कोटराक्षाय दुर्निरीक्ष्याय वै नम:। नमो घोराय रौद्राय भीषणाय कपालिने।।
नमस्ते सर्वभक्षाय वलीमुखायनमोऽस्तुते। सूर्यपुत्र नमस्तेऽस्तु भास्करे भयदाय च।।
अधोदृष्टे: नमस्तेऽस्तु संवर्तक नमोऽस्तुते। नमो मन्दगते तुभ्यं निरिस्त्रणाय नमोऽस्तुते।।
तपसा दग्धदेहाय नित्यं योगरताय च। नमो नित्यं क्षुधार्ताय अतृप्ताय च वै नम:।।
ज्ञानचक्षुर्नमस्तेऽस्तु कश्यपात्मज सूनवे। तुष्टो ददासि वै राज्यं रुष्टो हरसि तत्क्षणात्।।
देवासुरमनुष्याश्च सिद्घविद्याधरोरगा:। त्वया विलोकिता: सर्वे नाशंयान्ति समूलत:।।
प्रसाद कुरु मे देव वाराहोऽहमुपागत। एवं स्तुतस्तद सौरिग्र्रहराजो महाबल:।।
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