Shani Sade Sati Effects: साढ़े साती, शनि ग्रह की साढ़े सात साल तक चलने वाली ग्रह दशा है. सभी ग्रहों में शनि सबसे धीमी गति से घूमने वाला ग्रह है. शनि को एक से दूसरी राशि तक गोचर करने में ढाई साल का समय लेता है. अपने गोचर के दौरान शनि किसी व्यक्ति की जन्म राशि या नाम की राशि में स्थित होता है. इसका असर उस राशि, उससे अगली राशि और बारहवीं स्थान वाली राशि पर पड़त है. इन तीन राशियों से होकर गुजरने में शनि को सात वर्ष और छः महीने मतलब साढ़े सात साल का समय लगता है. इसे ही शनि की साढ़े साती कहा जाता है.


शनि की साढ़े साती का असर


शनिदेव को कर्मफल दाता माना गया है. शनि मनुष्य को उसके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं. इसलिए जिन जातकों की कुंडली में शनि शुभ होता है, उनके लिए साढ़े साती का समय काफी फलदायक होता है. वहीं अगर आप पर शनि का प्रकोप है तो आपके हर काम में बाधा आएगी और लाख परिश्रम के बाद भी सफलता प्राप्त नहीं होगी.


साढ़े साती की अवधि में ना करें ये काम


शनि की साढ़े साती में व्यक्ति मानसिक रूप से परेशान रहता है. इस अवधि में व्यक्ति को कोई भी जोखिम भरा कार्य करने से बचना चाहिए. घर पर या कार्य स्थल पर किसी से भी तर्क-वितर्क नहीं करना चाहिए. वाहन चलाते समय हमेशा सतर्क रहना चाहिए. रात के समय अकेले यात्रा पर नहीं जाना चाहिए. शनिवार और मंगलवार को मांस-मदिरा से बिल्कुल दूर रहें. इन दोनों दिन काले कपड़े या चमड़े के सामान खरीदने से भी बचना चाहिए.


शनि साढ़े साती के उपाय


साढ़े साती के दौरान ग्रह शनि को खुश करने के उपाय करने चाहिए. हर शनिवार भगवान शनि की पूजा करनी चाहिए. ज्योतिषीय सलाह लेने के बाद आप नीलम जैसे रत्न पहन सकते हैं. इससे साढ़ेसाती का प्रभाव कम होता है. शनि के बुरे प्रभाव से बचने के लिए हर दिन हनुमान चालीसा पढ़ना भी उपयोगी होता है. आज के दिन गरीबों और जरूरतमंद लोगों को भोजन और वस्त्र का दान करना चाहिए. जिन लोगों पर साढ़ेसाती हो उन्हें हर दिन शनि स्तोत्र का पाठ करना चाहिए.


Shaniwar Ke Upay: शनिवार के दिन करें ये 5 उपाय, Shani Dev खोल देंगे आपकी बंद किस्मत


Shani Dev: पितृ पक्ष के पहले दिन शनि पूजा का बना है संयोग, इन राशि वालों पर चल रही है साढ़े साती


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.