Shani Dev: शनिवार का दिन शनि देव (Shani Dev) को समर्पित होता है. इस दिन शनि देव की पूजा-आराधना करने से शुभ फल मिलते हैं. शनि देव न्याय के देवता हैं जो हर किसी को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं.
जिन लोगों पर शनि देव की कृपा होती है वो लोग जीवन में खूब तरक्की करते हैं. शनि की साढ़साती (Shani Sadhesati) और ढैय्या (Shani Dhaiya) से परेशान लोगों को जीवन में बहुत तकलीफ उठानी पड़ती है.
ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को शांत रखने के लिए कई उपाय बताए गए हैं. शनिवार के दिन पीपल से जुड़े कुछ उपायों को करने से साढ़ेसाती का दुष्प्रभाव कम होता है. जानते हैं इन उपायों के बारे में.
पीपल के उपाय (Peepal ke Upay)
- हिंदु धर्म में पीपल के पेड़ का बहुत महत्व माना गया है. शास्त्रों के अनुसार इस वृक्ष में सभी देवी-देवताओं और पितरों का वास होता है. खासतौर से शनि को शांत करने के लिए पीपल का पेड़ बहुत उपयोगी माना गया है. शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं.
- हर शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे दिया जलाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें. इस उपाय को करने से शनि पीड़ा और साढ़ेसाती से राहत मिलती है. यह उपाय अनिष्ट ग्रहों से भी छुटकारा दिलाता है.
- ब्रह्म पुराण के अनुसार शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष के स्पर्श मात्र से ही सारे कार्य सिद्ध होने लगते हैं. इस दिन पीपल के वृक्ष को दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए उसकी जड़ों में जल अर्पित करें. इससे शनि के कष्टों का निवारण होता है.
- शनिवार की सुबह पीपल के पेड़ पर गुड़ मिश्रित जल चढ़ाएं और धूप जलाकर उसकी सात परिक्रमा करें. माना जाता है कि शाम के समय पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से पीपल की अदृश्य शक्तियां मदद करती हैं.
- कुंडली में शनि दोष हो तो हर शनिवार पीपल का पूजन करें. इससे घर का दुष्प्रभाव दूर होता है. शनि की साढ़ेसाती और ढय्या के बुरे प्रभावों को दूर करने के लिए हर शनिवार को पीपल की पूजा करना श्रेष्ठ उपाय माना गया है. पीपल पर पश्चिममुखी होकर जल चढ़ाने से शनि दोष शांत होता है.
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