शनि वक्री 2021: न्याय के देवता शनि कब हो रहे हैं वक्री? जानें शुभ-अशुभ फल
Shani Sade Sati And Shani Dhaiya: शनि उदय होने के बाद अब वक्री होने वाले हैं. यानि शनि अब उल्टी चाल चलने वाले हैं. शनि जब वक्री होते हैं तो शुभ फल प्रदान नहीं करते हैं.
Shani Vakri 2021: शनि की दृष्टि और शनि की चाल को देखते हुए फरवरी का महीना महत्वपूर्ण है. शनि बीते 7 जनवरी 2021 को अस्त हुए थे. 9 फरवरी से शनिदेव उदित हो चुके हैं. लेकिन अब शनि वक्री होने जा रहे हैं.
शनि व्रकी कब होंगे? शनिदेव को ज्योतिष शास्त्र में न्याय का देवता माना गया है. शनि का इस वर्ष यानि 2021 में कोई राशि परिवर्तन नहीं है. शनि इस वर्ष सिर्फ नक्षत्र परिर्वतन करेंगे. शनि ने 22 जनवरी को वर्ष का प्रथम नक्षत्र परिवर्तन किया था. शनि इस समय श्रवण नक्षत्र में गोचर कर रहे हैं. 23 मई को शनि वक्री होने जा रहे हैं.
वर्ष 2021 में शनि का नहीं है राशि परिवर्तन शनिदेव वर्ष 2021 में मकर राशि में ही गोचर करेंगे. विशेष बात ये है कि शनि मकर राशि में वक्री और मार्गी भी रहेंगे. शनि 11 अक्तूबर 2021 को मार्गी होंगे.
शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या वालों की बढ़ सकती है परेशानी शनि वक्री होने पर उन राशियों की मुश्किलों को बढ़ा सकते हैं जिन पर शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या चल रही है. इसके साथ ही जिन लोगों पर शनि की महादशा चल रही है उन्हें भी सावधान रहने की जरूरत है. वक्री अवस्था में शनि पीड़ित हो जाते हैं जिस कारण अशुभ फलों में वृद्धि होने लगती है.
इन राशियों पर है साढ़ेसाती और ढैय्या मिथुन राशि और तुला राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है. वहीं धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है. इसलिए इन राशि के जातकों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है.
शनि का उपाय शनि का उपाय करने से शनि की अशुभता में कमी आती है. शनिवार को शनि का दान करें. शनि उन लोगों से बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं जो जरूरतमंद और कमजोर व्यक्ति की मदद करते हैं. हनुमान जी के भक्तों को शनि परेशान नहीं करते हैं. शनि ने हनुमान जी को वचन दिया हुआ है. इसलिए मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी की पूजा करें. हनुमान जी की पूजा करने और शनि का उपाय करने से शनिदेव शुभ फल प्रदान करते हैं.