Saturn Retrograde/Shani Vakri 2022: वैदिक ज्योतिष के मुताबिक जब भी कोई ग्रह गोचर करता है या फिर अपनी चाल बदलता है, तो उसका सीधा असर मानव जीवन पर पड़ता है. न्याय के देवता शनि 5 जून और 12 जुलाई को वक्री होने जा रहें हैं. शनि अपनी राशि कुंभ राशि में वक्री 5 दिन शनिवार को सुबह 4:14 बजे होंगे. वहीं फिर शनि देव 12 जुलाई को मकर राशि में वक्री होंगे. शनि का वक्री होने का मतलब शनि का उलटी चाल से चलना है. इनके वक्री होने से मिथुन और तुला राशियां फिर से ढैय्या की चपेट में आ जाएगी. जिससे इन्हें कई प्रकार की मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है. करियर और व्यापार में असफलता मिल सकती है. कुछ जरूरी काम अटक सकते हैं. बिजनेस में मुनाफा घट सकता है. कोई काम बनते- बनते बिगड़ सकता है. इन परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए क्या उपाय करने चाहिए. आइये जानें:-


शनि देव की बुरी नजर (ढैय्या) से बचने के उपाय



  1. शनि देव की बुरी नजर से बचने के लिए शनिवार के दिन काली चीजों जैसे उड़द की दाल, काला कपड़ा, काले तिल और काले चने का किसी गरीब को दान दें. इससे साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव में भी कमी आती है.

  2. शनिवार के दिन को शाम के समय पीपल के पेड़ के चार मुखी दीपक जलाना चाहिए. ऐसा करने से धन, वैभव और यश में वृद्धि होती है. साथ ही ढैय्या और साढ़ेसाती के प्रभाव में कमी आती है. 

  3. शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं. मान्यता है कि ऐसा करने से आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है. पैसों की कमी दूर होती है.

  4. शनिवार को शनिदेव के साथ बजरंगबली की भी पूजा करें. हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें. कहा जाता है कि शनि के सभी दोष समाप्त होते हैं और जीवन की सारी बाधाएं दूर होती हैं.



 


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