Shani Vakri 2024: शनि ग्रह सबसे मंद गति से चलने वाले ग्रह है. शनि की चाल सभी ग्रहों में सभी धीमी है. शनि इस समय कुंभ राशि में विराजमान हैं, कुंभ राशि शनि की स्वंय राशि है. साल 2023 जनवरी से शनि कुंभ राशि में विराजमान हैं. शनि एक राशि में लगभग ढाई साल तक रहते हैं.


शनि इस दौरान कई बार वक्री हुए कई बार मार्गी. शनि ग्रह हाल में भी 29 जून 2024, को कुंभ राशि में वक्री अवस्था में चले गए. शनि की वक्री या उल्टी चाल कई राशियों को प्रभावित कर रही है. लेकिन शनि देव लोगों को उनके कर्म के अनुसार फल प्रदान करते हैं. अगर आप शुभ कर्म करते हैं या धर्म के काम करते हैं तो शनि आपको शुभ फल प्रदान करते हैं. वहीं जो लोग अधर्म के मार्ग के पर चलते हैं उन्हें शनि के प्रकोप झेलना पड़ता है.


शनि कब होंगे वक्री से मार्गी?


शनि इस समय कुंभ राशि में विराजमान हैं, कुंभ राशि में शनि 29 मार्च 2025 तक रहेंगे. लेकिन इस समय शनि कुंभ राशि में वक्री यानि उल्टी चाल चल रहे हैं, शनि कुंभ राशि में 15 नवंबर 2024 तक इसी अवस्था में रहेंगे. इस दौराम शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या से पीड़ित लोगों को बहुत सावधान और सर्तक रहने की जरुरत है.


19 जुलाई के बाद यह राशियां रहें सावधान


कर्क और वृश्चिर राशि वालों को 19 जुलाई के बाद सर्तक रहने की आवश्यकता है. कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि की ढैय्या चल रही है. इस दौरान आप शनि के मंत्र का जाप 108 बार करें और हर शनिवार पीपल के पेड़ पर संध्या के समय सरसों के तेल का दीपक जलाएं.


मकर, कुंभ, मीन राशि वालों को 19 जुलाई के बाद एलर्ट रहने की जरुरत है. इन तीनों ही राशियों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है. इस दौरान शनिवार के दिन जरुरतमंदों की सेवा करें और उनके जरुरत का सामान दान करें. शनि के मंत्रों का जाप करें. शनिवार के दिन सुबह पीपल के पेड़ पर जल अवश्य चढाएं.


Guru Purnima 2024: गुरू पूर्णिमा के दिन से बदल जाएंगे इन राशियों के दिन, जॉब, करियर और विवाह की अड़चनें होंगी दूर


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.