Shani: शनि का राशि परिवर्तन, जानिए किस राशि वालों पर शुरू होने वाली है शनि साढ़े साती
Shani Rashi Parivartan: शनि मकर राशि में विराजमान हैं. जानिए शनि अब किस राशि में करने जा रहे हैं गोचर और किन पर शुरू होगी शनि साढ़े साती (Shani Sade Sati).
Shani Sade Sati: शनि का राशि परिवर्तन एक मुख्य घटना मानी जाती है. क्योंकि शनि जब भी राशि बदलते हैं तो इसका प्रभाव सभी लोगों पर पड़ता है. लेकिन मुख्य तौर पर 5 राशि के जातक शनि की चाल से प्रभावित होते हैं. शनि एक राशि से दूसरी राशि में करीब ढाई साल बाद प्रवेश करते हैं. इस तरह से शनि को अपने राशि चक्र पूरा करने में करीब 30 सालों का समय लगता है. फिलहाल शनि मकर राशि में विराजमान हैं. जानिए शनि अब किस राशि में करने जा रहे हैं गोचर और किन पर शुरू होगी शनि साढ़े साती.
इस राशि पर शुरू होगी शनि साढ़े साती: 2021 में शनि राशि नहीं बदल रहे हैं. शनि का राशि परिवर्तन 29 अप्रैल 2022 में होगा. इस दौरान शनि कुंभ राशि में गोचर करेंगे. शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करते ही मीन राशि वालों पर शनि साढ़े साती शुरू हो जाएगी. वहीं धनु राशि के लोगों को इससे मुक्ति मिल जाएगी. इसी के साथ मकर वालों पर इसका आखिरी चरण तो कुंभ राशि वालों पर इसका दूसरा चरण शुरू हो जाएगा.
किन पर शुरू होगी शनि ढैय्या: वर्तमान में मिथुन और तुला राशि वालों पर शनि ढैय्या चल रही है. शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करते ही कर्क और वृश्चिक वालों पर शनि ढैय्या शुरू हो जायेगी.
शनि के प्रकोप से बचने के लिए क्या करें?
- शनिदेव के प्रकोप से बचने के लिए शनिवार के दिन अपना छाया दान करें. इसके लिए एक कटोरी लें उसमें अपना चेहरा देखें और उस तेल को कटोरी सहित किसी जरूरतमंद को दान कर दें. मान्यता है इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं.
- शनि के प्रकोप से बचने के लिए शनिवार के दिन काले कुत्ते को रोटी पर सरसों का तेल लगाकर खिलाएं.
- शनिवार के दिन पीपल के पेड़ पर सात बार कच्चा सूत लपेटें और शनि मंत्र का जाप करें. कहा जाता है ऐसा करने से शनि साढ़े साती का प्रकोप कम होने लगता है.
- मान्यता है हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी शनि देव प्रसन्न होते हैं.
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