शनिदेव ऐसे ग्रह हैं जो लोगों को भू पालक बनाते हैं. चक्रवर्ती सम्राट से लेकर आम व्यक्ति तक जिनके पास जमीन होती है, वे शनि की कृपा से सफलता पाते हैं. भूमि का आशय खेती किसानी से ही नहीं है. ऐसे कारोबार या पेशे से जिसमें लोग एक तय भूभाग के लोगों को किसी न किसी प्रकार की सेवा या सुविधा प्रदान करते हैं. जैसे एक कुशल चिकित्सक या इंजीनियर एक शहर में अपनी प्रतिष्ठा बनाता है तो भूमि से जुड़ा हुआ व्यक्ति माना जा सकता है.


राजनीति में सफल व्यक्ति भी एक निश्चित भूभाग पर गहरा हस्तक्षेप रखते हैं. यह क्षेत्र जिस क्रम में बढ़ता जाता है राजनीति में उनका सफलता का स्तर उसी प्रकार वृद्धि करता है. इस प्रकार शनि का संबंध लोकप्रियता से भी समझा जा सकता है. जिन लोगों के जीवन में शनि का प्रकोप बढ़ता है उन्हें अक्सर अपयश का सामना पहले करना पड़ता है.


शनि की प्रसन्नता के लिए आम लोगों से सम्मान पाना सर्वाेत्तम उपाय है. समाज के निम्न एवं निम्न मध्यम वर्ग के लोगों को नाराज करने वाला शनि की खूबियों से वंचित रह जाता है. शनि ही एक मात्र ग्रह हैं जिनके माध्यम से प्राप्त पुण्य जन्म-जन्मांतर बने रहते हैं.


अच्छे परिवार और कुल खानदान में जन्म लेना भाग्य पर निर्भर करता है. भाग्य का लेखे-जोखे का निर्धारण शनिदेव के क्षेत्र में आता है. प्रयास करें कि सदा छोटे लोगों और जमीन से जुड़ाव बनाए रखें. भाग्य की प्रबलता बनी रहेगी.