Shanidev Upay on Ashadh Month: हिंदी पंचांग के अनुसार, हिंदी कैलेंडर का चौथा माह आषाढ़ का महीना 15 जून 2022, दिन बुधवार से शुरू हो गया है. इसका पहला शनिवार 18 जून को पड़ रहा है. आषाढ़ का महीना पूजा पाठ और शनिदेव की पूजा के लिए उत्तम माना गया है. हिंदू धर्म में शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित होता है. शनिदोष के प्रभाव को कम करने और उनकी कृपा पाने के लिए आषाढ़ मास के पहले शनिवार को कई विशेष संयोग बन रहें है. ऐसे में यह शनिवार उन राशि वालों के लिए अति उत्तम होगा जो शनि दोष से पीड़ित चल रहें हैं.   


इन 5 राशियों पर है शनि दोष


ज्योतिष के मुताबिक, इस समय कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि की ढैय्या चल रही है जबकि धनु, मकर व मीन राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है. ऐसे में इन 5 राशियों पर शनि दोष का प्रभाव है. इसलिए इन राशि वालों के लिए आषाढ़ का पहला शनिवार बेहद ख़ास महत्त्व रखता है. क्योंकि इस शनिवार पर ख़ास संयोग का निर्माण हो रहा है. इस लिए इस खास संयोग में इन जातकों को शनिदेव की विधि पूर्वक पूजा करनी चाहिए. मान्यता है कि आषाढ़ मास में नियम व अनुशासन का पालन करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और जातकों को शुभ फलों की प्राप्ति होती है.


आषाढ़ मास के शनिवार को बन रहा है यह खास संयोग  


पंचांग के मुताबिक़, कल यानी 18 जून 2022 को आषाढ़ मास का पहला शनिवार है. इस दिन पंचमी तिथि और श्रवण नक्षत्र भी है. श्रवण नक्षत्र और कुंभ राशि के स्वामी स्वयं शनिदेव हैं. इस दौरान शनिदेव अपनी राशि कुंभ में वक्री चाल से संचार कर रहें हैं. वहीं चंद्रमा मकर में विराजमान है. मकर राशि के स्वामी भी शनिदेव है. ज्योतिष में ये सब स्थितियां शनिदेव को प्रसन्न करने एवं उनके दोष के प्रभाव को कम करने के लिए अति शुभ मानी गई हैं. बन रही इस शुभ संयोंग की स्थिति में इन जातकों को ये उपाय जरूर करने चाहिए.



  • शनिवार के दिन शनि मंदिर में शनि चालीसा का पाठ करें. शनि दोष का प्रभाव कम होगा.

  • पीपल के पेड़ में शाम को जल अर्पित करें. इसके बाद सरसों के तेल का दीपक भी जलाएं.

  • शनि से जुड़ी चीजों का दान करना चाहिए.

  • आषाढ़ मास में काला छाता दान करना सबसे उत्तम माना गया है. वैसे भी काला वस्त्र शनि दोष को कम करने में सहायक होता है.



 


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