Shanidev Vakri 2022 Effect: ज्योतिष के मुताबिक़, शनिदेव 5 जून को कुंभ राशि में वक्री होंगे. शनि स्वराशि कुंभ राशि में इस साल अक्टूबर तक वक्री रहेंगे. वे 30 साल बाद अपनी राशि में गोचर किये हैं. इस दौरान उन राशियों को घोर समस्याओं का सामना करना पड़ेगा जिनपर इस दौरान शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या चल रही है. इसके अलावा उन लोगों को भी कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा. जिनकी कुंडली में शनि कमजोर स्थिति में हैं. इनके वक्री होने से कुछ राशियों पर नकारात्मक तो कुछ राशियों पर सकारात्मक असर दिखाई पड़ेगा.
शनि देव को न्याय का देवता कहा जाता है. ये लोगों को कर्म के अनुसार कर्मफल प्रदान करते हैं. उन लोगों पर शनि की बुरी नजर नहीं होती जो लोग ग़रीबों और जरूरत मंद लोगों को दान देते हैं उनकी मदद करते हैं. शनि के 5 जून को स्वराशि में गोचर होने से इन 2 राशियों पर विशेष असर देखने को मिलेगा. इन जातको के जीवन में खुशियों का पल आएगा. उनकी किस्मत के बंद दरवाजे खुल जायेंगे.
इन राशियों के लिए शनि का वक्री रहेगा फायदेमंद
वृषभ राशि: इस राशि के जातकों को हर कार्य में सफलता मिलेगी. ये लोग अपने कार्यों को अपनी चतुराई और मधुर व्यवहार एवं मीठी वाणी से सारे कार्य बना लेंगे. घर पर मांगलिक कार्य के विशेष योग हैं.
कन्या राशि : इन जातकों को हर क्षेत्र में सफलता मिलेगी. धन का विशेष लाभ होगा. परिवार का पूरा ख्याल रखेंगे. सुखद समाचार मिलेंगे. दूसरे लोग आपके कार्य और व्याहार सफल होंगे.
शनि देव को प्रसन्न करने के उपाय
इन राशि वालो को चाहिए कि शनिदेव को प्रसन्न करने और उनकी विशेष कृपा पाने के लिए ये उपाय करें. ताकि इस दौरान उन्हें कई गुना लाभ मिले.
- शनि देव को सरसों का तेल चढ़ाएं तथा इस तेल का दीपक भी जलाएं. .
- नियमित रूप से शनि चालीसा और शनि मंत्र का जाप करें.
- कुष्ठ रोगियों की सेवा करें, ग़रीबों एवं जरूरत मंद लोगों को दान दें.
- अहंकार से बचें तथा किसी अपमान न करें.
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