Shardiya Navratri 9 Ank Importance: सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति में अंक 9 का सर्वाधिक महत्व होता है. मानव जीवन का अंक 9 से गहरा नाता है. यह अंक मानव जीवन को बहुत ही गहराई से प्रभावित करता है. आइये जानें अंक 9 की विशेषताओं से जुड़े रोचक तथ्य और क्यों इतना ख़ास है यह अंक 9.

  


जीवन में 9 अंक का महत्व और नवरात्रि से संबंध



  1. नवरात्रि शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है. पहला नव (9) और दूसरी रात्रि. अर्थात नवरात्रि पर्व 9 रात्रियों का पर्व है. इस लिए हिंदू धर्म में नवरात्रि की गणना 9 रात्रियों से किये जाने का विधान है.

  2. ज्योतिष शास्त्र में 9 ग्रहों की मान्यता है. हर ग्रह का संबंध मां दुर्गा के 9 स्वरूपों में से किसी न किसी एक से है.

  3. भौतिक ऊर्जाएं भी 9 ही हैं क्योंकि यह उनका ही विकार है. धर्म ग्रंथों के अनुसार, सृष्टि की आकृति जिन भौतिक ऊर्जाओं के आधार पर बनती है, वह भी 9 प्रकार की ही है, इसमें 9वां प्रकार ग्रह-नक्षत्र है.

  4. भारतीय ज्योतिष के अनुसार ग्रहों की संख्या भी नौ है.

  5. एक स्त्री गर्भ धारण करती है और सुन्दर एवं सुयोग्य संतान को जन्म देती है. यह पूरी प्रक्रिया 9 माह तक चलती है. स्त्री के गर्भ से जन्म लेने वाली संतान और स्त्री पूर्ण होती. इसलिए माँ को ईश्वर का स्वरूप कहा गया है.

  6. नव दुर्गा उनके प्रकार और उनकी ऊर्जाएं भी 9 ही है. अर्थात नौ दूर्गा, उनके नौ प्रकार और उनके प्रकार की ही काल और समय में नौ ऊर्जाएं.

  7. जैविक सृष्टि और पृथ्वी के स्वरूप भी 9 प्रकार के ही होते हैं. स्त्री की अवस्थाएं, उनके स्वभाव, एवं गुण, सभी कुछ 9 ही हैं. यही नहीं मानव मन के भाव भी 9 ही है.

  8. मानव जीवन में उपयोगी सभी महत्वपूर्ण संख्याएं भी 9 और उसके गुणांक भी 9 ही हैं.



 


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.