Astrology Remedies To Control Anger: गुस्से को करना है कंट्रोल, तो अपनाएं ज्योतिष उपाय
Jyotish Upay: क्रोध को निंयत्रण में रखना बेहद जरुरी होता है. अगर इस पर कंट्रोल नहीं किया गया तो इससे ना सिर्फ आपका व्यक्तित्व खराब होता है बल्कि सेहत के लिए भी नुकसानदायक है.
Astrology Remedies To Control Anger: अगर आपको भी छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आता है और आपका खुद पर कंट्रोल नहीं रहता तो आपको बता दें कि गुस्सा करना स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल भी सही नहीं होता है. आपका यही गुस्सा आपके लिए ही हानिकारक बन जाता है, जिससे आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कई तरह की परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है. इस बात को गांठ बांध लें कि गुस्सा करना किसी समस्या का हल नहीं होता. जिस बात को लेकर आप क्रोधित होते हैं, उसी बात को शांति से भी सुलझाया जा सकता है. ज्योतिषशास्त्र में गुस्से को कंट्रोल करने के कई उपाय हैं, जिसको अपनाकर आप अपने गुस्से पर काबू पा सकते हैं.
आखिर क्यों आता है गुस्सा
इस बारे में ज्योतिष पूनम चौधरी के अनुसार जातक के अंदर क्रोध ग्रहों के कारण भी उत्पन्न होता है. यदि किसी जातक की जन्मकुंडली में सूर्य और चंद्रमा, मंगल ग्रह एक-दूसरे के साथ किसी रूप में सम्बद्ध होते है, तो उस जातक को गुस्सा अधिक आता है.
इस तरह से करें गुस्से को कंट्रोल
- ज्योतिष के अनुसार अगर आपको अधिक गुस्सा आता है तो चंदन का प्रयोग करें. इसके प्रयोग से राहु दोष से राहत मिलती है और गुस्सा भी शांत हो जाता है.
- गुस्से को शांत करने के लिए हनुमानजी की उपासना करें और और हनुमान चालीसा का पाठ भी करें.
- रात्रि के समय चंद्रमा को अर्घ्य दें. ऐसा करने से भी गुस्सा शांत होता है.
- चांदी की अंगूठी या पेंडेंट में बड़े साइज का असली मोती धारण करें.
- घर में सुबह-शाम दोनों समय पूर्व दिशा में दीपक जलाएं. इस उपाय से गुस्सा कम होता है.
- प्रतिदिन नियमित रूप से सूर्यदेव को जल अर्पित करें .
- गुस्से को कंट्रोल करने के लिए नियमित रुप से प्रतिदिन बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लें.
- लाल रंग का प्रयोग कम से कम करें ताकि आप गुस्से से बचे रहें .
- सुबह उठते ही सबसे पहले धरती मां को प्रणाम करें. इस बात का ध्यान रखें कि सबसे पहले दायां पैर जमीन पर रखें.
- बिस्तर छोड़ने के बाद कम से कम 15 मिनट तक किसी से भी बात नहीं करें.
- अपने आसपास गंदगी को जमा ना होने दें और नियमित रूप से साफ-सफाई का ख्याल रखें.
ये भी:-
Puja Colours Significance: पूजा-पाठ में करें इन 4 रंगों का प्रयोग, बनी रहेगी सुख-समृद्धि
Brahma Muhurta : जानिए ब्रह्म मुहूर्त में उठने का अर्थ, समय, महत्व और फायदे
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.