ज्योतिषीय गणना और पंचांग के अनुसार साल का अंतिम सूर्य ग्रहण वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में लगने जा रहा है. भारतीय समय के अनुसार यह सूर्य ग्रहण 14 दिसंबर को शाम 7 बजकर 3 मिनट से शुरू होगा और 15 दिसंबर की रात 12 बजकर 23 मिनट पर समाप्त होगा.
भारत में यह सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा. इस कारण सूर्य ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा. इस ग्रहण को दक्षिण अमेरिका, साउथ अफ्रीका अटलांटिक, हिंद महासागर और प्रशांत महासागर के कई इलाकों में देखा जा सकेगा.
धनु संक्रांति कब है?
सूर्य ग्रहण का समापन जिस दिन हो रहा है उस दिन धनु संक्रांति है. इस दिन सूर्य का प्रवेश धनु राशि में होगा. अभी सूर्य वृश्चिक राशि में गोचर कर रहे हैं. सूर्य के राशि परिवर्तन को संक्रांति कहा जाता है. सूर्य का गोचर 15 दिसंबर से 14 जनवरी तक धनु राशि में रहेगा. 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे.
वृश्चिक राशिफल (Scropio Horoscope)
वृश्चिक राशि में सूर्य ग्रहण लगने से इस राशि के जातकों की परेशानी बढ़ सकती हैं. सूर्य के कमजोर होने से मान सम्मान में कमी आ सकती है. कोई रोग हो सकता है वहीं नेत्र संबंधी कोई परेशानी हो सकती है. इसके साथ ही पिता से संबंध प्रभावित हो सकते हैं या पिता की सेहत खराब हो सकती है. सूर्य ग्रहण के दौरान भगवान विष्णु की आराधना करनी चाहिए. इस दौरान क्रोध से बचना चाहिए. किसी का अपमान न करें.