Special: सेना, युद्ध और साहस के कारक मंगल, जब बुध की राशि मिथुन में चलेंगे उल्टी चाल, तो आप पर इसका क्या होगा असर? जानें
Mangal Vakri 2022: मिथुन राशि में मंगल वक्री (Mars Retrograde 2022) हो चुके हैं. मंगल का यह परिवर्तन काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. आपकी राशि पर इसका क्या असर होगा? आइए जानते हैं.
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Mangal Vakri 2022, Mangal Gochar 2022, Mars Transit 2022: 30 अक्टूबर 2022 से मंगल अब मिथुन राशि में वक्री होकर गोचर कर रहे हैं. सौर मंडल के सबसे क्रूर ग्रहों में से एक मंगल का वक्री होना विशेष माना जा रहा है. मंगल के वक्री होने पर देश दुनिया के साथ इसका असर मेष से मीन राशि के जातकों पर भी पड़ने जा रहा है.
छठ के तीसरे दिन मंगल वक्री होंगे (Chhath Puja 2022 Day 3)
छठ का महापर्व (Chhath Puja 2022) आरंभ हो चुका है. छठ के तीसरे दिन यानि 30 अक्टूबर 2022, रविवार को मंगल मिथुन राशि में वक्री होंगे. छठ के दौरान मंगल का वक्री होना महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
मंगल की कथा (Mangal Katha in Hindi)
मंगल को पृथ्वी का पुत्र बताया गया है. पौराणिक शास्त्रों में सूर्य को पृथ्वी का पिता और चंद्रमा को माता बताया गया है. मंगल का शक्ति और साहस का नेतृत्व करते हैं, मंगल के शस्त्र शूल और गदा है. उज्जैन को मंगल की उत्पत्ति का स्थान माना गया है. मेष इसका वाहन है. ये मेष राशि और वृश्चिक राशि के स्वामी हैं. मंगल के स्वामी कार्तिक हैं, मंगल एक अग्नि तत्व का ग्रह है. वर्षा में चमकने वाली बिजली ही मंगल की कांति है. ब्रह्मवैवर्त पुराण में मंगल की कथा का वर्णन मिलता है, जिसमें बताया गया है कि मंगल की उत्पत्ति कैसे हुई है. इसका एक श्लोक इस प्रकार है-
उपेद्ररूप मालेक्य कामार्ता च वसुंधरा।
विधाय सुंदरी वेशमक्षता प्रौढयोवना.
इसका अर्थ है कि भगवान विष्णु का सुंदर रूप देख कर पृथ्वी ने स्त्री का रूप लेकर तेजस्वी संतान की इच्छा व्यक्त की. जिसके फलस्वरूप मंगल की उत्पत्ति हुई. मंगल के जन्म की कथा मत्स्य पुराण में भी मिलती है.
अंगारक इति ख्याति ग्रहिष्यसि धरात्मज।
देवलोके द्वितीयश्च तव रूपं भविष्यति।
ये च त्वां पूजयियंति चतुर्थ्यां त्वद्दिने नरा:।
रूपमोरोग्यं ऐश्वर्यं तेष्वनंत भविष्यति।
इसका अर्थ है कि भगवान शिव प्रसन्न होकर मंगल से कहते है कि अब से तुम धरात्मच और अंगारक नाम से प्रसिद्ध होगे और देवलोक में ग्रहों के रूप में पूज्यनीय होगे. जो व्यक्ति चतुर्थी और मंगलवार के दिन तुम्हारी पूजा और उपासना करेगा, उसे तुम आयु, अरोग्य, सभी प्रकार के ऐश्वर्य प्रदान करोगे.
मंगल किन चीजों का प्रतिनिधित्व करते हैं (What Does Mangal Represent in Astrology)-
- भूमि
- युद्ध
- सेना
- साहस
- विजय
- प्रसिद्धि
- छोटे भाई-बहन
- जीवन शक्ति
- लाल रंग
- नारंगी रंग
- संघर्ष
- आत्मबल
- रक्त
- चर्म रोग
- तांबा
- कामवासना
- धैर्य
- क्रोध
- निर्माण कार्य
- ऋण
- तकनीक
- इंजीनियर
- बिजली उपकरण
- मशीनें
- रसोई
मंगल वक्री कब हो रहे हैं? (Panchang 30 October 2022)
पंचांग के अनुसार 30 अक्टूबर 2022, रविवार को शाम 6 बजकर 19 मिनट पर 'मंगल' मिथुन में वक्री हो जाएगें. हालांकि मंगल 13 नवंबर 2022 तक वक्री अवस्था में रहेंगे.
शत्रु के घर में मंगल का वक्री होना (Mars Astrology)
बुध और पाप ग्रह राहु से मंगल की शत्रुता है. मिथुन राशि के स्वामी बुध हैं. शत्रु के घर में मंगल का वक्री होना देश दुनिया के साथ सभी 12 राशियों को प्रभावित करेगा. मान्यता है कि जब मंगल मिथुन राशि में वक्री होता है तो पृथ्वी पर सीमा विवाद, युद्धि की स्थितियां देखने को मिलती है. कृषि को हानि होती है. डर और भय का माहौल बनता है. जनता को पीड़ा होती हैं. अचानक किसी रोग के फैलने की संभावना बढ़ जाती है. पशुधन को परेशानी होती है. राजा के सामने नई चुनौतियां आती हैं. वर्षा की स्थिति बनती है.
राशिफल (Horoscope 2022)
मेष राशि (Aries)- मंगल आपकी राशि के स्वामी हैं. मंगल का गोचर तीसरे भाव में होने से भाई बहनों से संबंध मधुर रखें. वाणी को खराब न करें. नहीं तो हानि उठाने के लिए तैयार रहें.
वृषभ राशि (Taurus)- कुंडली के 12वें भाव के स्वामी होने के कारण मंगल वक्री होकर आपको अधिक बात करने वाला बना सकता है. इस दौरान वाणी पर संयम रखें. जिद में आ कर धन की बर्बादी न करें. धन संबंधी मामलों में सोच समझ कर निर्णय लें.
मिथुन राशि (Gemini)- मंगल वक्री आपकी ही राशि में वक्री हो रहे हैं. इसलिए अपने स्वभाव को विनम्र और शांत बनाने का प्रयास करें. वाहन प्रयोग में सावधानी बरतें. दांपत्य जीवन में कलह और तनाव की स्थिति बन सकती है.
कर्क राशि (Cancer)- कर्क राशि वालों के लिए मंगल वक्री होकर कुछ लाभ की स्थिति बना सकते हैं. प्राईवेट जॉब और मल्टीनेशनल कंपनी से जुड़े लोगों को धन लाभ हो सकता है.
सिंह राशि (Leo)- वाहन खरीदने की योजना बना रहे हैं तो ये पूरी हो सकती है. शत्रुओं को पराजित करेंगे. स्वभाव में अहंकार आ सकता है.
कन्या राशि (Virgo)- ऑफिस में आपके काम की सराहना होगी. लक्ष्य को पाने में सफलता हासिल करेंगे. विद्यार्थियों को मनमाफिक परिणाम प्राप्त हो सकते हैं.
तुला राशि (Libra)- विवादों से बचने का प्रयास करें. सूर्य की ये नीच राशि है. और वर्तमान समय में सूर्य आपकी ही राशि में विराजमान है. शनि की ढैय्या भी चल रही है. इसलिए सर्तक और सावधान रहें.
वृश्चिक राशि (Scorpio)- मंगल आपकी राशि के स्वामी हैं. नई चुनौतियों के लिए तैयार रहें. अचानक हानि का योग बना है. चोट लग सकती है. सावधानी पूर्वक जीवन व्यतीत करें.
धनु राशि (Sagittarius)- पद का अहंकार न करें. धन का प्रयोग सोच समझ कर करें और गलत कामों पर खर्च न करें. नहीं तो अपयश और हानि दोनों उठाने पड़ सकते हैं. परिश्रम के अनुसार सफलता पाने में कठिनाई महसूस करेंगे.
मकर राशि (Capricorn)- आपकी कुंडली के छठे भाव में मंगल वक्री होकर गोचर कर रहे हैं. कुछ मामलों में अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं. विदेश में पढ़ाई करने की इच्छा पूर्ण हो सकती है. मान सम्मान में वृद्धि होगी.
कुंभ राशि (Aquarius)- विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. जो लोग लवरिलेशनशिप हैं. उन्हें ब्रेकअप जैसी स्थितियों से बचने की जरूरत है.
मीन राशि (Pisces)- ससुराल पक्ष से बनाकर रखें. मां से विवाद न करें. ऑफिस में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. धैर्य बनाकर रखना होगा.
'मंगल' वैदिक मंत्र (Mangal Mantra in Hindi)
- ओम अग्निर्मूर्धा दिव: ककुत्पति: पृथिव्या अयम्।
अपा रेता सि जिन्वति।। - ऊॅं भौमाय नमा:।
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