शिक्षा में तकनीकी, चिकित्सा, लेखन, प्रबंधन एवं नृत्य संगीत आदि क्षेत्र प्रमुखता से आते हैं. रविवार से शनिवार तक इन क्षेत्रों का चयन इस प्रकार किया जा सकता है. रविवार को विज्ञान, इंजीनियरिंग, सेना, उद्योग, बिजली एवं प्रशासनिक कार्य संबंधी शैक्षिक कर्म करना शुभकर होता है.


सोमवार को लेखन कार्य, मैडिकल शिक्षा, सौंदर्य प्रसाधन औषधि निर्माण एवं योजना संबंधी कार्याें को प्राथमिकता देना चाहिए. मंगलवार को बिजली, इलेक्ट्र्निक, सर्जरी, शस्त्र विद्या, अग्नि, खेल, भूगर्भ और दंत चिकित्सा का आरंभ एवं फोकस किया जाना चाहिए. बुधवार को गणित, लेखन, बौद्धिक कार्य, सेमिनार, बैंक वकालत, तकनीकी कौशल, ज्योतिष, विज्ञान एवं वाहनादि चलाना सीखा जाना चाहिए.


गुरुवार को दर्शन शास्त्र, धर्म तंत्र, ज्योतिष, न्यायिक शिक्षा, उच्च पद प्रशासनिक शिक्षा का आरंभ किया जाना चाहिए. शुक्रवार को नृत्य, संगीत, वाद्य, गायन, कला, एक्टिंग, गीत-काव्य-रचना एवं सौंदर्य प्रसाधन शिक्षा पर जोर देना चाहिए.


शनिवार को तकनीकी शिल्प, कला, मशीनरी संबंधी ज्ञान एवं विभिन्न भाषाओं का ज्ञान जैसे- अंग्रेजी, उर्दू, फारसी आदि का अध्ययन आरंभ करना शुभकारक है. सप्ताह के इन वारों के अनुसार कार्य करने से अध्ययन अध्यापन दोनों में व्यक्ति की दक्षता और ग्राह्यता बढ़ने की संभावना अच्छी होती है. शैक्षिक अवरोध दूर होते हैं. उच्च शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए वार के अनुसार शिक्षाकर्म शुरू करने का प्रयास करना चाहिए.