Sun Transit 2021: सूर्य को सभी ग्रहों का राजा माना गया है. ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को ग्रहों का अधिपति कहा गया है. सूर्य जब एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश या गोचर करते है तो इस परिवर्तन की प्रक्रिया संक्रांति कहा जाता है. वर्तमान समय में सूर्य मिथुन राशि में गोचर कर रहे हैं. जो राशि चक्र के अनुसार तीसरी राशि मानी गई है. सूर्य मिथुन राशि में अपनी यात्रा को पूर्ण करने जा रहे हैं. यात्रा पूर्ण करने के बाद सूर्य देव कर्क राशि में प्रवेश करेंगे. कर्क राशि में सूर्य के राशि परिवर्तन को कर्क संक्रांति कहा जाता है.
कर्क संक्रांति का महत्व
वर्ष 2020 में सूर्य ने सावन के महीने में कर्क राशि में प्रवेश किया था. इस वर्ष यानि 2021 में सूर्य का राशि परिवर्तन आषाढ़ मास में होने जा रहा है. इस कारण इस प्रभाव देश दुनिया के साथ मेष से मीन राशि तक पड़ेगा. पंचांग के अनुसार कर्क संक्रांति को छह महीने के उत्तरायण काल का अंत माना जाता है. साथ ही इस दिन से दक्षिणायन की शुरुआत होती है, जो मकर संक्रांति तक चलती है. यह संक्रांति इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि सूर्य इस दिन से दक्षिणायन होंगे. इसके बाद उत्तरायण प्रारंभ होता है. इस दिन सूर्य देव की उपासना करनी चाहिए. इस दिन स्नान और दान का भी विशेष महत्व बताया गया है.
कर्क संक्रांति, दिन समय और शुभ मुहूर्त
- कर्क संक्रांति: 16 जुलाई 2021, शुक्रवार
- कर्क संक्रांति का पुण्य काल: प्रात: 05:34 से शाम: 05:09 तक
- अवधि - 11 घण्टे 35 मिनट
- कर्क संक्रान्ति महापुण्य काल: दोपहर 02:51 से शाम 05:09 तक
- अवधि - 02 घण्टे 18 मिनट
- कर्क संक्रान्ति का क्षण: शाम 05 बजकर 18 मिनट
कर्क राशि में सूर्य का राशि परिवर्तन का समय
पंचांग के अनुसार सूर्य मिथुन राशि से निकल कर 16 जुलाई 2021 को शाम 04 बजकर 41 पर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे. कर्क राशि में सूर्य देव 17 अगस्त 2021 तक रहेंगे. इसके बाद सूर्य सिंह राशि में गोचर कर करेंगे.
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