संवत्सर के राजा मंगल की राशि मेष में सौरमंडल के अधिष्ठाता सूर्य का संचार प्रकृति को चहकाने वाला है. चहुंओर मांगलिक कार्याें की धूम रहेगी. हर्ष आनंद से लोग उत्साहित रहेंगे. आगामी एक माह प्रकृति  मेहरबान रहेगी.


सूर्य मेष में राशि में 10 डिग्री तक उच्च के होते हैं. ऐसे में आर्थिक गतिविधियों और प्रशासनिक कार्याे में तेजी आएगी. पवित्रता और पादर्शिता को बल मिलेगा.  उच्च सूर्य का प्रकाश लोगों को नव उत्साह से भरेगा. श्रेष्ठ कार्याे ंको वे गति दे पाएंगे. सभी प्रकार के मांगलिक कार्याें की शुरूआत होगी. 


उच्च के सूर्य की अवस्था में नवरात्र में शक्ति की आराधना आध्यात्मिक उन्नति के सर्वाेत्तम है. क्योंकि सूर्य स्वयं आत्मा के कारक हैं. वे इस दौरान उच्चावस्था में रहकर धर्म, आस्था, विश्वास और अध्यात्म को बल देते हैं. साधारण लोग भी असाधारण कार्य को करने के लिए प्रेरित होते हैं. 


सूर्य और मंगल में लाभ और पराक्रम का संयोग बना रह है. ऐसे में पराक्रम और पुरुषार्थ से लोग लाभ और विस्तार पाएंगे. सूर्य 14 मई तक मेष में रहेंगे. 14 मई को अक्षय तृतीया भी है. इस तिथि सूर्यदेव की कृपा से ग्रहों का प्रभाव ऐसा रहता है कि प्रत्येक कार्य दीर्घकाल के लिए बन पड़ता है. इसे अबूझ मुहूर्त माना जाता है. वर्षभर में यही एक मात्र ऐसा दिन होता है जिस दिन सर्वाधिक विवाह भारतीय संस्कृति में होते हैं.